महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री बोले- 3 दिन में खत्म हो जाएगी हमारी वैक्सीन, मोदी सरकार को है इसकी जानकारी

कोविड-19 की दूसरी लहर झेल रहे महाराष्ट्र में अब केवल तीन दिनों का ही कोविड वैक्सीन बचा है। बढ़ते संकट से निपटने के लिए राज्य ऑक्सीजन और रामदेसवीर दवाओं की कमी से भी जूझ रहा है। राज्य स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को स्थिति से पहले ही अवगत करा दिया है

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कोरोना महामारी के बीच एक और जहां मोदी सरकार वैक्सीन पर जोर दे रही है, वहीं दूसरी ओर राज्यों के पास पर्याप्त वैक्सीन नहीं पहुंच रही है। इनमें से एक राज्य महाराष्ट्र है। जहां सरकार के पास वैक्सीन की पर्याप्त खुराक नहीं है। कोविड-19 की दूसरी लहर झेल रहे महाराष्ट्र में अब केवल तीन दिनों का ही कोविड वैक्सीन बचा है। बढ़ते संकट से निपटने के लिए राज्य ऑक्सीजन और रामदेसवीर दवाओं की कमी से भी जूझ रहा है। राज्य में अब रोजाना 50 हजार कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं।

राज्य स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया, "हमारे पास लगभग 14 लाख खुराकें ही उपलब्ध हैं। यह स्टॉक केवल तीन दिनों के लिए पर्याप्त है। हमारी साप्ताहिक आवश्यकता लगभग 40 लाख खुराक है जो हमें 5,00,000 लोगों को टीका लगाने में सक्षम बनाती है। वर्तमान वृदिुध के मद्देनजर केवल यह टीका 'राम-वाण' है।" स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि हमारे पास कई टीकाकरण केंद्रों पर पर्याप्त वैक्सीन खुराक नहीं है, और खुराक की कमी के कारण वैक्सीन लेने आए लोगों को वापस भेजना पड़ रहा है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि हमारे पास महाराष्ट्र में 3% वैक्सीन फिजूलखर्ची दर है, जो राष्ट्रीय औसत वैक्सीन दर 6% की आधी है।

आपको बता दें, महाराष्ट्र देश के उन 9 राज्यों में शामिल है जो कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हैं। टोपे ने कहा कि मैंने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के वीडियो-सम्मेलन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को मौजूदा परिदृश्य की स्थिति से पहले ही अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर टीकों की कमी के कारण लोगों को वापस भेजा जा रहा है और राज्य ने मांग की है कि 20-45 आयु वर्ग के (संवेदनशील) लोगों को प्राथमिकता के आधार पर यह जीवन रक्षक टीका लगाया जाए। वहीं अस्पतालों की स्थिति पर उन्होंने कहा कि हम पुणे, मुंबई, नासिक और राज्य के अन्य हिस्सों में बेड की संख्या बढ़ाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं। रोजोना 12 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन होता है और सात टन की खपत हो रही है। हमने मांग की है कि में पास के राज्यों से मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई की जाए। अगर जरूरत पड़ी तो हम उन उद्योगों को बंद कर देंगे जो ऑक्सीजन का इस्तेमाल करते हैं लेकिन स्वास्थ्य के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित नहीं होने देंगे।

टोपे की इस इस टिप्पणी के बाद बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के मेयर किशोरी पेडनेकर ने यह भी कहा कि मुंबई में टीका स्टॉक खत्म होने की कगार पर है। पेडनेकर ने बताया, "अभी हमारे पास 1,00,000 डोज बचे हुए हैं। हमारे अधिकांश टीकों की आपूर्ति सरकारी अस्पतालों में की जा रही है। यदि हमें जल्द ही ताजा स्टॉक नहीं मिला तो हम लोगों को दूसरी खुराक नहीं दे सकते हैं।" स्वास्थ्य सचिव प्रदीप व्यास ने आगाह किया है कि अधिकांश जिलों में एक-दो दिनों में वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो जाएगा और प्रतिदिन अनुमानित 5,00,000 लोगों का टीकाकरण करना असंभव होगा।

आपको बता दें, महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 55,469 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर 31,13,354 हो गए। इसके साथ ही महामारी से 297 और मरीजों की मौत हो गई जिससे मृतकों की संख्या 56,330 पर पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। राज्य में अभी कोविड-19 के 4,72,283 मरीज उपचाराधीन हैं। विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, अब तक 25,83,331 मरीज ठीक हो चुके हैं।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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