मध्य प्रदेशः शिवराज सरकार के खिलाफ कांग्रेस का ‘आरोप पत्र’, प्रदेश को पूरे विश्व में बदनाम करने का आरोप
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी करते हुए कांग्रेस ने कहा कि राज्य में किसानों से लेकर हर वर्ग के लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार ने प्रदेश की भूमि को पूरे विश्व में बदनामी का शिकार बना दिया है।
मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की शिवराज सरकार को घेरते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को भोपाल में उसके खिलाफ एक आरोप पत्र जारी किया। कांग्रेस के मीडिया प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी सहित कई कांग्रेस नेताओं ने शिवराज सरकार के 15 साल के शासन पर आरोप पत्र जारी करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार का पिछला 15 साल झूठे विकास दर, झूठे कृषि विकास, झूठी सिंचाई, व्यापमं की लूट, लचर जनस्वास्थ सेवाएं, अनाचार, बलात्कार, बच्चों के निवालों पर डाका, किसानों की छाती पर गोली, विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप की चोरी, बच्चियों के अपहरण, मानव तस्करी और माफियाराज का एक महायुग है, जिसने मध्यप्रदेश की भूमि को पूरे विश्व में बदनामी का शिकार बनाया है।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जहां के मुख्यमंत्री के गृह जिले के 24 गांवों के किसानों ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग की। प्रदेश में हर रोज 4 किसान फांसी के फंदे पर झूल जाते हैं। राज्य में फसल बीमा योजना और भावों में अंतर से दलालों ने चांदी काटी और किसानों का बुरा हाल है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मंदसौर में आंदोलन कर रहे शांतिप्रिय किसान भाइयों पर चलवाई गई, जिसमें गोली लगने से 23 साल की निर्दोष बच्ची विधवा हो गई, डेढ़ साल का मासूम बच्चा अनाथ हो गया, मगर गोली चलाने वालों पर बीजेपी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।
आरोप पत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा गया है कि राज्य में किसानों की आय तो दोगुनी हुई नहीं, लेकिन 'मामा' के बागीचे के अनार करोड़ों रुपये उगलने लगे, उनके फूलों से करोड़ों की आमदनी होने लगी और दूध का धुला दूध 60 रुपये लीटर बिकने लगा, लेकिन मध्यप्रदेश की गायें गली-चौराहों और सड़कों पर मौत का शिकार हो रही हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राज्य में हजारों किसानों पर बिजली चोरी के झूठे मुकदमे लदवाए गए हैं। आरोप पत्र में कहा गया है कि 15 साल में राज्य में 1500 किसान आंदोलन हुए, फसल बीमा योजना में किसनों की नहीं, बीमा कंपनियों की पौबारह हो गई। अकेले शुजापुर मंडी में भवांतर योजना में आठ करोड़ रुपये का घपला हुआ। मूंग की दाल का घोटाला करने वाले कलेक्टर अभी भी मस्त घूम रहे हैं। प्याज घोटाले में 500 करोड़ रुपये की लूट करने वाले अभी भी चैन की नींद सो रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मनमोहन सिह सरकार ने राहुल गांधी की पहल पर बुंदेलखंड क्षेत्र में पीने के पानी के संकट से निपटने के लिए बुंदेलखंड पैकेज में लगभग 3000 करोड़ रुपये पैकेज के रूप में दिए, लेकिन शिवराज सरकार में पूरा पैसा लूट की भेंट चढ़ गया।
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा की सभी सीटों पर एक चरण में 28 नवंबर को मतदान होगा। पिछले 15 साल में राज्य की सत्ता पर काबिज बीजेपी की शिवराज सरकार को हर क्षेत्र में लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर राज्य की सत्ता में वापसी के लिए जोर लगाए कांग्रेस लगातार बीजेपी सरकार पर हमलावर है। चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे।
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