लोकसभा सचिवालय ने संसद की छत टपकने के वीडियो को बताया निराधार, कहा- न छत लीक हुई, न जलभराव हुआ
लोकसभा सचिवालय ने कहा कि संसद लॉबी के ऊपर ग्लास डोमस को फिक्स करने में इस्तेमाल हुए एडहेसिव के हटने से लॉबी में पानी का मामूली रिसाव हुआ। तुरंत आवश्यक उपाय किए गए, जिसके बाद पानी का कोई और रिसाव नहीं हुआ। इसी तरह मकर द्वार के सामने जमा पानी भी निकल गया।
लोकसभा सचिवालय ने नई संसद भवन की छत टपकने की खबरों को निराधार बताते हुए कहा है कि कोई छत लीक नहीं हुई है, ना ही संसद भवन में कोई जलभराव हुआ है। इससे पहले संसद की नई इमारत में जलभराव और पानी टपकने का वीडियो शेयर करते हुए विपक्ष ने काफी नाराजगी जताई थी। इसे लेकर कांग्रेस ने संसद में कार्यस्थगन का एक नोटिस भी दिया था। कांग्रेस ने संसद में पानी भरने पर सवाल उठाते हुए ये नोटिस दिया था।
अब लोकसभा सचिवालय ने संसद की छत टपकने से इनकार करते हुए कहा कि बुधवार को अत्यधिक बारिश के कारण, बिल्डिंग की लॉबी के ऊपर ग्लास डोमस को फिक्स करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एडहेसिव थोड़ा हट गया, जिससे लॉबी में पानी का मामूली रिसाव हो गया। हालांकि, समस्या का समय पर पता चल गया और तुरंत आवश्यक उपाय किए गए। इसके बाद पानी का कोई और रिसाव नहीं देखा गया। इसी तरह मकर द्वार के सामने जमा पानी भी तेजी से ड्रेनेज सिस्टम द्वारा निकल गया।
लोकसभा सचिवालय ने पूरे मामले को लेकर बयान में कहा, "ग्रीन पार्लियामेंट की संकल्पना के अनुसरण में लॉबी सहित भवन के कई हिस्सों में ग्लास डोमस लगाए गए हैं, ताकि संसद के दैनिक कामकाज में प्रचुर प्राकृतिक रोशनी का उपयोग किया जा सके। बुधवार को भारी बारिश के दौरान, बिल्डिंग की लॉबी के ऊपर ग्लास डोमस को फिक्स करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एडहेसिव थोड़ा हट गया, जिससे लॉबी में पानी का मामूली रिसाव हो गया। हालांकि, समस्या का समय पर पता चल गया और तुरंत आवश्यक उपाय किए गए। इसके बाद पानी का कोई और रिसाव नहीं देखा गया। इसी तरह मकर द्वार के सामने जमा पानी भी तेजी से ड्रेनेज सिस्टम के द्वारा निकल गया।"
इससे पहले कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें नई संसद भवन के अंदर छत से पानी का रिसाव होता दिख रहा था। वीडियो में देखा जा सकता है कि छत से पानी का रिसाव हो रहा है और गिरते हुए पानी को फैलने से रोकने के लिए फर्श पर बकेट रखी गई है। कांग्रेस नेता ने पोस्ट में लिखा, "बाहर पेपर लीकेज, अंदर वॉटर लीकेज। राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली संसद लॉबी में हाल ही में पानी का रिसाव, नए भवन में मौसम संबंधी समस्याओं को उजागर करता है, जो कि निर्माण पूरा होने के सिर्फ एक साल बाद ही सामने आई है।
वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी यह वीडियो शेयर करते हुए अपने सोशल मीडिया पर लिखा, “इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी, जहां पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे। क्यों न फिर से पुरानी संसद चलें, कम-से-कम तब तक के लिए, जब तक अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है।” उन्होंने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए आगे लिखा, “जनता पूछ रही है कि बीजेपी सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना, उनकी सोच-समझकर बनायी गयी डिज़ाइन का हिस्सा होता है या फिर...।”
गौरतलब है कि दिल्ली में बुधवार शाम को हुई भारी बारिश के दौरान नई संसद से चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आईं। पार्लियामेंट कैंपस में जहां से सांसदों की आवाजाही होती है वहां गेट पर भारी जलभराव की तस्वीरें सामने आईं। कांग्रेस नेता श्रीनिवास ने कहा कि 70 सालों का हिसाब मांगने वालों की बनाई नई संसद चंद घंटों की बारिश भी नहीं झेल पा रही है।
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