लोकसभा चुनावः रायबरेली से BJP प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह ने मानी हार, राहुल गांधी की अजेय बढ़त जारी
रायबरेली सीट पर वोटों की काउंटिंग जारी है। यहां राहुल गांधी सवा दो लाख से अधिक वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में यहां से सोनिया गांधी जीती थीं। इस बार उनके चुनाव नहीं लड़ने के कारण कांग्रेस ने राहुल गांधी को यहां से उतारा था।
कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाली रायबरेली सीट पर चल रही मतगणना में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारी मतों से लगातार आगे चल रहे हैं, जिससे उनकी जीत पक्की है। इस बीच यहां से बीजेपी उम्मीदवार और योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने हथियार डाल दिए हैं और रुझानों के बाद उन्होंने अपनी हार मान ली है।
योगी सरकार में मंत्री और बीजेपी के उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह ने सोशल मीडिया मंच फेसबुक पर लिखा, "कर्तव्य पथ जो मिला, मैंने रायबरेली की देवतुल्य जनता की विनम्रता के साथ खूब परिश्रम कर सेवा की, फिर भी मुझसे अपनी सेवाओं के दौरान मन, वचन, कर्म से कोई त्रुटि रह गई हो या किसी को पीड़ा पहुंची हो तो हम रायबरेली वासियों से क्षमा प्रार्थी हैं। अपने उन तमाम शुभ चिंतकों, पार्टी जनों का हृदय से धन्यवाद देता हूं जिन्होंने अथक परिश्रम किया।
उन्होंने आगे लिखा कि चुनाव खूब अच्छा लड़ा, लेकिन निर्णय हमारे आपके हाथ में नहीं था। जनता भगवान का स्वरूप होती है। उसका जो भी आदेश होगा, सदैव सिर माथे पर रहेगा। रायबरेली वासियों, फिर भी भरोसा रखो, यह रायबरेली का, आपके परिवार का भाई सदैव तुम्हारे हर सुख-दुख में साथ ही रहेगा।"
बता दें कि रायबरेली सीट पर वोटों की काउंटिंग जारी है। यहां राहुल गांधी सवा दो लाख से अधिक वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं। इस बीच बीजेपी प्रत्याशी दिनेश प्रताप ने अपनी हार मान ली। 2019 लोकसभा चुनाव में यहां से सोनिया गांधी जीती थीं। इस बार उन्होंने अपनी जगह राहुल गांधी को मैदान में उतारा था। यहां सोनिया गांधी लगातार तीन बार जीत दर्ज कर चुकी हैं। गांधी परिवार के कई सदस्य यहां से राजनीति का दांव-पेंच आजमा चुके हैं।
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