लोकसभा चुनाव रिजल्ट: यूपी की 80 सीटों का लेखा-जोखा, कहां से किसने मारी बाजी, किसको मुंह की खानी पड़ी, पढ़िए
सबसे आखिर में एटा लोकसभा सीट पर चुनाव परिणाम घोषित हुआ, जहां पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कल्याण सिंह के पुत्र और बीजेपी उम्मीदवार राजवीर सिंह राजू भैया समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार देवेश शाक्य से 28,052 मतों के अंतर से चुनाव हार गए।
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट पर विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को जबरदस्त झटका देते हुए 43 सीट पर जीत दर्ज की। निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई है। चुनाव आयोग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट पर चुनाव परिणाम घोषित कर दिए गए, जिसमें समाजवादी पार्टी को 37 और कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई है।
वहीं, दूसरी तरह बीजेपी को 33 और उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) को दो और अपना दल (सोनेलाल) को एक सीट पर जीत हासिल हुई है। वहीं आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रमुख और नगीना से उम्मीदवार चंद्रशेखर आजाद भी चुनाव में जीत हासिल करने में सफल रहे।
सबसे आखिर में एटा लोकसभा सीट पर चुनाव परिणाम घोषित हुआ, जहां पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कल्याण सिंह के पुत्र और बीजेपी उम्मीदवार राजवीर सिंह राजू भैया समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार देवेश शाक्य से 28,052 मतों के अंतर से चुनाव हार गए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (वाराणसी) ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के अजय राय को पराजित किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (लखनऊ), केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल (मिर्जापुर), वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (महराजगंज) से चुनाव जीत गए।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (रायबरेली) और अखिलेश यादव (कन्नौज) भी चुनाव में विजयी साबित हुए। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा सभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन पर जनता का आभार जताया। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, ''जनता को प्रणाम, जनमत को सलाम!
उन्होंने पोस्ट में कहा, ''उत्तर प्रदेश की जागरूक जनता ने देश को एक बार फिर से नयी राह दिखायी है, नयी आस जगायी है। ये संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण बचाने की और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करवाने की जीत है। उप्र की प्रगतिशील जनता के विचार ही वोट के रूप में हमें मिले हैं। ये बंटवारे की नकारात्मक राजनीति के खिलाफ, सौहार्द-भाईचारे और सकारात्मक राजनीति की जीत है। ये विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' और पीडीए की एकता की जीत है।"
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का इस बार खाता भी नहीं खुला। मायावती ने 2019 लोकसभा चुनाव में 10 सीट पर जीत हासिल की थी। बीजेपी की क्षेत्रीय सहयोगी अनुप्रिया पटेल की अपना दल (सोनेलाल) ने एक सीट पर जीत दर्ज की जबकि राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) ने बिजनौर और बागपत सीटें अपने नाम कीं।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में पिछड़ी जातियों निषाद और राजभर बिरादरी से आने वाले भाजपा के सहयोगी दल क्रमश: निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) के अध्यक्ष और राज्य सरकार के मत्स्य मंत्री संजय निषाद और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर राजग के लिए कुछ खास नहीं कर सके।
संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद जहां संतकबीरनगर से चुनाव हार गए। वहीं घोसी लोकसभा क्षेत्र में राजभर के बेटे अरविंद राजभर को भी समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा।
राहुल गांधी के रायबरेली सीट जीतने के साथ ही अमेठी में कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा भी जीत हासिल करने में कामयाब रहे। शर्मा ने स्मृति ईरानी को भारी मतों से पराजित किया।
अखिलेश कन्नौज से और उनकी पत्नी डिंपल यादव मैनपुरी से चुनाव जीत गई। वहीं यादव परिवार के सदस्यों ने भी अपनी सीटें जीत लीं। समाजवादी पार्टी का यह उल्लेखनीय प्रदर्शन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) में जीती गई 23 सीट से भी बेहतर है।
बीजेपी ने मेनका गांधी की सुल्तानपुर सीट और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की लखीमपुर खीरी सीट भी गंवा दी। बीजेपी प्रत्याशी रवि किशन ने योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर सीट पर जीत दर्ज की। वहीं, अभिनेत्री हेमा मालिनी और प्रसिद्ध धारावाहिक रामायण में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल क्रमशः मथुरा और मेरठ में विजयी हुए।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia