लॉकडाउन में भी छलकते रहें जाम, इसलिए जारी है शराब तस्करी, दिल्ली पुलिस का दारोगा 29 पेटी के साथ गिरफ्तार
कोरोना लॉकडाउन के दौरान शराब तस्करी का कारोबार बेरोकटोक जारी है, हालांकि कई तस्करों को पुलिस ने दबोचा है। ज्यादातर मामलोंं में पुलिस की मिलीभगत है। राजधानी दिल्ली में तो दिल्ली पुलिस का ही एक दरोगा 29 पेटी के साथ पकड़ा गया।
शराब तस्कर लॉकडाउन में भी शराब तस्करी से बाज नहीं आ रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली, तेलंगाना, महाराष्ट्र, उत्तराखंड या फिर उत्तर प्रदेश, हर जगह यह गोरखधंध बदस्तूर जारी है। हद तो तब हो गई जब दिल्ली पुलिस ने अपने एक दारोगा को ही इस अपराध में धर दबोचा।
आईएएनएस ने इस मुद्दे की पड़ताल की और विभिन्न राज्यों से जो तस्वीर सामने आई वह चौंकाने वाली है।
महाराष्ट्र में 31 मार्च 2020 से शराब बिक्री पर पूर्ण पाबंदी (ड्राई स्टेट) है। इसके बाद भी यहां चोरी छिपे शराब तस्करी होती पकड़ी गई। अनुमानित आंकड़ों के हिसाब से यहां अब तक 12 सौ मामले शराब तस्करी के दर्ज हुए हैं। इन मामलों में शराब तस्करी में इस्तेमाल किये जा रहे 35 वाहन जब्त किये गये। जबकि जब्त शराब और वाहनों की औसत कीमत तीन करोड़ रुपये के आसपास पता चली है।
तमिलनाडु में लॉकडाउन के दौरान 6 शराब तस्कर पकड़े जाने की बात बताई जा रही है। ये सभी राज्य सरकार द्वारा आबंटित सरकारी शराब की दुकानों में चुपचाप तिरुवल्लूर जिले में शराब बेचते पकड़े गये। इसी तरह मदुरई में भी शराब बेचने की कोशिश में सराकारी दुकानों के 3 कर्मचारी पाकड़े गये।
इसी तरह तेलंगाना के कम्मम शहर में पुलिस ने करीब 3 लाख रुपये कीमत की शराब जब्त कर ली। पुलिस ने इस सिलसिले में अवैध तरीके से शराब बेचने के आरोप में दुकान मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया। आंध्र प्रदेश पुलिस ने 40 हजार रुपये कीमत की शराब के साथ दो लोगों को पकड़ा। ये दोनों भद्राचलम शहर से आंध्र प्रदेश शराब लेकर जा रहे थे। इसी राज्य में गुंटूर जिले से पुलिस ने 2370 बोतल शराब पकड़ी। यह शराब दूध के ड्रम में छिपाकर ले जाई जा रही थी।
इसी तरह बेंगलुरू पुलिस ने टमाटरों के बीच में छिपाकर ले जाई जा रही शराब की 240 बोतलें पकड़ लीं।
लॉकडाउन के दौरान उत्तराखंड पुलिस ने भी शराब तस्करों की खूब धर पकड़ की। यहां राज्य में लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने 13 जिलों में 80 लोग (दो महिलाओं सहित) शराब तस्करी में पकड़े। इनके पास से पुलिस ने करीब 4 लाख रुपये से ज्यादा कीमत की शराब जब्त की। इनमें कई ऐसे मामले भी पकड़ में आये, जिनमें कच्ची शराब बनाते हुए ही पुलिस ने तस्करों को रंगे हाथ उनके अड्डों से पकड़ लिया।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (कानून एवं अपराध) अशोक कुमार ने गुरुवार को आईएएनएस से कहा, शराब तस्कर यह सोचते हैं कि कोरोना और लॉकडाउन के इंतजाम में व्यस्त पुलिस उनके काले धंधे पर नजर नहीं रख पायेगी। इसी के चलते वे शराब तस्करी की कोशिश करते हैं। और पुलिस उन्हें पकड़ ले रही है। शराब तस्करों के खिलाफ पुलिस और आबकारी विभाग लगातार कार्यवाही जारी रखेगा।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद जिले में भी लॉकडाउन के दौरान शराब तस्कर बाज नहीं आये। यह अलग बात है कि जिला पुलिस ने 14 से ज्यादा शराब तस्कर दबोच लिये। इनके पास से बड़ी तादाद में शराब भी जब्त की गयी। जब्त शराब और वाहनों की अनुमानित कीमत 6 लाख रुपये से ज्यादा है।
गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने आईएएनएस से कहा, शराब तस्करों के खिलाफ लॉकडाउन के दौरान हमारी नजरें और भी तेज हो गयी हैं। ये लोग दिखावा ऐसा करते हैं जैसे रोजमर्रा की जरूरत का सामान वाहनों में भरकर ले जा रहे हों। मगर होते शराब तस्कर हैं।
एसएसपी ने आगे कहा, सबसे ज्यादा शराब तस्कर सिहानी गेट, टीला मोड़, ट्रॉनिका सिटी इलाके में पकड़े गये हैं। सिहानी गेट इलाके में पुलिस ने बुधवार को दो सगे भाइयों को ही शराब तस्करी में पकड़ा था। अचिन और सचिन नाम के दोनों भाई सिहानी गेट इलाके में ही रहते हैं। इन्हें महेंद्र शोरूम के पास फैक्टरी एरिया में पकड़ा गया था।
गाजियाबाद के टीला मोड़ इलाका में पुलिस ने बुधवार को एक ऐसे खतरनाक शराब तस्कर को पकड़ा, जो शराब में यूरिया मिलाकर बेचने निकला था। गिरफ्तार तस्कर महेंद्र के पास से पुलिस ने 1500 रुपये जो शराब बेचकर मिले थे, वह भी जब्त कर लिया। जबकि 300 ग्राम से ज्यादा यूरिया जब्त की। साथ ही 16 लीटर देशी(कच्ची) शराब भी पकड़ी।
देश की राजधानी दिल्ली में शराब तस्करी के आरोप में लॉकडाउन अवधि में अब तक 18 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं। यह मामले कंझावाल, नई दिल्ली, रोहिणी, बाहरी दिल्ली आदि इलाकों के हैं।
कंझावला इलाके में मंगलवार शाम एक शराब तस्कर ने कार से एक सिपाही को ही कुचलने की कोशिश की। जख्मी होने के बाद भी सिपाही ने कई किलोमीटर तक पीछा करके शराब तस्कर को दबोच लिया। शराब तस्कर पकड़वाने में भीड़ ने भी सिपाही की मदद की। शराब तस्कर हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला निकला। यह शराब तस्कर भी 5-6 पेटी भरकर शराब बेचने निकला था। सिपाही द्वारा इस तस्कर को पकड़े जाने की पुष्टि रोहिणी जिला एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस.डी. मिश्रा ने भी आईएएनएस से की।
यही नहीं, दिल्ली पुलिस ने अपने ही एक सहायक उप-निरीक्षक को शराब तस्करी करते पकड़ लिया। पश्चिमी रेंज की संयुक्त पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह के मुताबिक, गिरफ्तार एसएसआई को सस्पेंड कर दिया गया है। उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिये गये हैं।
जानकारी के मुताबिक, यह एएसआई पश्चिम विहार थाने में तैनात था। इसे शराब की 29 पेटियों के साथ नांगलोई पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ नांगलोई थाने में ही 5 अप्रैल, 2020 को शराब तस्करी का मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
नई दिल्ली जिले के वीवीआईपी इलाके में रात्रि गश्त में तैनात पुलिस कर्मियों ने एक शराब तस्कर को दबोचा। यह शराब तस्कर मोटरसाइकिल पर दूध के ड्रम लटकाकर ले जा रहा था। बैरीकेट पर पुलिस वालों ने चैक करना चाह तो वह मोटरसाइकिल पर भाग गया। पीछा करने पुलिस वालों ने उसे दबोच लिया।
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