किसान आंदोलन के दौरान मारे गए शुभकरण का बठिंडा में अंतिम संस्कार किया गया, किसानों का प्रदर्शन जारी
पटियाला के पाटरन पुलिस थाना में हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद बुधवार को शुभकरण का पोस्टमॉर्टम किया गया। किसान मांग कर रहे थे कि शुभकरण की मौत के मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद ही वे उसके शव का पोस्टमॉर्टम करने की अनुमति देंगे।
हरियाणा और पंजाब की खनौरी सीमा पर किसान आंदोलन के दौरान हरियाणा पुलिस के साथ झड़प में मारे गए किसान शुभकरण सिंह का अंतिम संस्कार गुरुवार को पंजाब के बठिंडा जिले में उनके पैतृक गांव में कर दिया गया। इससे पहले किसान नेता शुभकरण के शव के साथ मार्च करते हुए गांव पहुंचे। अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे और शव यात्रा से लेकर अंतिम संस्कार तक सभी रस्मों में शामिल हुए।
फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी और कृषि ऋण माफ करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के इरादे से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) ने ‘दिल्ली चलो’ का आह्वान किया है।खनौरी सीमा पर 21 फरवरी को हुई झड़प में 21 वर्षीय शुभकरण की मौत हो गई थी और 12 पुलिस कर्मी घायल हुए थे। झड़प तब हुई थी जब प्रदर्शनकारी किसानों ने आगे बढ़ने के लिए पुलिसद्वारा लगाए गए अवरोधकों को तोड़ने की कोशिश की थी।
घटना के बाद शुभकरण के पार्थिव शरीर को पटियाला स्थित राजेंद्र चिकित्सा अस्पताल से खनौरी सीमा पर ले जाया गया जहां पर किसानों ने उसे श्रद्धांजलि अर्पित की। किसानों ने एंबुलेंस के साथ मार्च किया और शुभकरण की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। किसानों ने संगठन का झंडा श्रद्धांजलि स्वरूप पार्थिव शरीर पर ओढ़ाया। बाद में पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए बठिंडा के बल्लोह गांव ले जाया गया।
इस बीच, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर उनका प्रदर्शन जारी है। उन्होंने कहा, ‘‘शंभू और खनौरी सीमा पर आंदोलन जारी है।’’ उन्होंने कहा कि शुभकरण को श्रद्धांजलि देने के लिए एसकेएम (गैर राजनीतिक) और किसान मोर्चा की बैठक तीन मार्च को बठिंडा के बल्लोह गांव में होगी। पंधेर ने लोगों से बड़ी संख्या में इसमें शामिल होने की अपील की।
पटियाला के पाटरन पुलिस थाना में पंजाब पुलिस द्वारा हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद बुधवार को शुभकरण का पोस्टमॉर्टम किया गया। किसान मांग कर रहे थे कि शुभकरण की मौत के मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद ही वे उसके शव का पोस्टमॉर्टम करने की अनुमति देंगे। इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बृहस्पतिवार को कहा कि कानूनी विशेषज्ञों से सलाह लेने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि अब यह पता लगाने के लिए जांच की जाएगी कि मौत के लिए कौन जिम्मेदार है और पोस्टमॉर्टम से मौत की सही वजह का पता चलेगा। मान ने कहा कि शुभकरण के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि और उनकी बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इससे पहले पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक सुखचैन सिंह ने कहा कि पुलिस ने शुभकरण मामले में ‘जीरो’ प्राथमिकी दर्ज की है। ‘जीरो’ प्राथमिकी संज्ञेय अपराध की शिकायत मिलने पर किसी भी थाने में दर्ज की जाती है।
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