लखीमपुर की घटना से बीजेपी खेमे में बेचैनी, योगी के मंत्री ने कहा, "रायता फैल गया है...दोहरा नुकसान हुआ है..."
लखीमपुर की घटना से बीजेपी खेमे में बेचैनी बढ़ गई है। ऐन चुनाव के मौके पर हुई इस घटना से योगी सरकार के कई मंत्रियों ने कहा कि 'रायता फैल गया है...।' कई बीजेपी नेताओं का मानना है कि अगर किसानों के खिलाफ भड़काऊ बयान बंद नहीं हुए तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर जहां बीजेपी का एक धड़ा इसे ‘खालिस्तानी आंतकियों’ से जोड़ रहा है और पूरी घटना को एक साजिश ठहराने में जुटा है, वहीं बीजेपी के एक बड़े तबके में इस घटना से बेचैनी भी है। ऐन चुनाव के मौके पर हुई इस घटना ने बीजेपी नेताओं की चिंता बढ़ा दी है। बीजेपी के कई प्रमुख नेता लखीमपुर कांड के बाद से चुप हैं या दबे लफ्जों में पार्टी की मुश्किलों का जिक्र कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के एक मंत्री ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, “रायता फैल गया है....।” वहीं एक अन्य मंत्री ने पूरी घटना को लेकर सरकार के रवैये पर रोष जताया। इस मंत्री ने कहा, “हमको दोनों तरफ से नुकसान है....हमारा (बीजेपी) कार्यकर्ता मरा और सरकार भी कटघरे में खड़ी है...।”
इस मंत्री ने कहा कि “राजनीतिक फीडबैक तो एक तरफ, इस बारे में सरकार में कोई चर्चा तक नहीं हुई। अगर आप सिर्फ अफसरों के फीडबैक पर ही काम करेंगे तो ऐसा ही होगा, जैसा लखीमपुर में हुआ।“ मंत्री ने कहा कि लखीमपुर में बीते कुछ दिनों से क्या हो रहा था इसका अनुमान अफसर लगा ही नहीं सकते।
एक अन्य मंत्री ने कहा, “ऐसी परिस्थितियों में फालतू की बयानबाजी से बचा जाता है और संयम रखा जाता है। लेकिन क्या कहें....।” इस मंत्री ने इस बात की तरफ इशारा किया कि मौजूदा नेतृत्व में राजनीतिक संस्कृति एकदम बदल चुकी है। इस मंत्री ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के एक सप्ताह पूर्व दिए बयान का जिक्र करते हुए कहा कि इससे स्थानीय किसानों में रोष था और वे डिप्टी सीएम के कार्यक्रम के मौके पर विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे थे।
बीजेपी के एक नेता ने कहा कि, “मैं पार्टी संगठन के काम के लिए कई जिलों का दौरा करता हूं। हाल ही में मैंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दौरा किया।” कहीं कोई बड़ा प्रदर्शन नहीं दिखा सिवाए कुछ समाजवादी पार्टी की लाल टोपी पहने कुछ कार्यकर्ताओं के। ध्यान रहे हाल ही में बीजेपी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बृज क्षेत्र के प्रभारी हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यूका कार्यक्रम था।
योगी सरकार के एक अन्य मंत्री ने कहा कि, “मुझे नहीं लगता कि किसानों का प्रदर्शन कुछ और जगहों पर फैलेगा, लेकिन हमें एहतियात बरतनी होगी...”
सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव वाई सत्य कुमार ने ट्वीट किया था, “क्या भिंडरावाले एक किसान था? जिस तरह से गुंडे किसान बनकर हिंसक आंदोलन कर हे हैं, इससे लगता है कि पूरी घटना सुनियोजित थी।” उन्होंने कहा कि जिहादी और खालिस्तानी तत्व उत्तर प्रदेश में अशांति फैलाना चाहते हैं। वहीं बीजेपी यूपी के प्रवक्ता हरीश चंद्र श्रीवास्तन ने कहा कि खालिस्तानियों ने लखीमपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की।
लेकिन रोचक है कि बीजेपी के किसी बड़े नेता ने खालिस्तानियों का मुद्दा नहीं उठाया। इस बीच बीजेपी के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी लगातार किसानों का मुद्दा उठाते रहे हैं। उन्होंने लखीमपुर की घटना पर भी कहा कि आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ भड़काऊ और घटिया भाषा का इस्तेमाल एक क्रूर परंपरा है और इससे शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे किसान भड़क सकते हैं।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia