मध्य प्रदेश में सिंधिया के गढ़ में BJP को झटका, ग्वालियर-चंबल इलाके के प्रभावशाली नेता कांग्रेस में हुए शामिल
यादवेंद्र सिंह यादव के पिता देशराज सिंह यादव बीजेपी के तीन बार विधायक रहे हैं, वहीं यादवेंद्र के अलावा उनकी पत्नी और मां जिला पंचायत की सदस्य हैं। यादव के साथ बड़ी तादाद में कार्यकर्ताओं ने भी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली।
मध्य प्रदेश में बीजेपी को आज उस समय बड़ा झटका लगा जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ माने जाने वाले ग्वालियर-चंबल इलाके के अशोकनगर के प्रभावशाली परिवार के नेता यादवेंद्र सिंह यादव ने बीजेपी छोड़कर बड़ी तादाद में कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया। इस दौरान यादव ने सिंधिया पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
इसी साल राज्य विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, जिससे पहले पाला बदलने का दौर शुरु हो चुका है। इस बार कांग्रेस ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। यादवेंद्र सिंह यादव के पिता देशराज सिंह यादव बीजेपी के तीन बार विधायक रहे हैं, वहीं यादवेंद्र के अलावा उनकी पत्नी और मां जिला पंचायत की सदस्य हैं। यादव के साथ बड़ी तादाद में कार्यकर्ताओं ने भी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने यादवेंद्र सिंह यादव को पार्टी सदस्यता फार्म भरवाकर और पार्टी का दुपट्टा पहनाकर सदस्यता ग्रहण कराई। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरूण यादव, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, विधायक गोपाल सिंह डग्गी राजा सहित पार्टी के अनेक पदाधिकारी और बड़ी संख्या में मंगावली से आये कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस मौके पर यादवेंद्र सिंह यादव ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कई गंभीर आरोप लगाए और कहा कि सिंधिया के आने के बाद से क्षेत्र के पुराने बीजेपी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है, वहीं भ्रष्टाचार लगातार बढ़ता जा रहा है। कई नेताओं ने बड़े-बड़े भूखंडों पर कॉलोनी बना दी है। उन्होंने बीजेपी और सिंधिया पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इस चुनाव में इन कारगुजारियों की कीमत चुकानी होगी।
इस मौके पर कमलनाथ ने कहा कि जब चुनाव नजदीक आते हैं तो शिवराज सिंह को घोषणाओं का नशा सवार हो जाता है। वे सोचते हैं कि अपनी घोषणाओं से और तरह-तरह के प्रलोभन देकर मध्य प्रदेश की सरल स्वभावी जनता को गुमराह कर पाएंगे। आज मुख्यमंत्री और बीजेपी अपने 18 वर्षों के कार्यकाल का हिसाब नहीं दे पा रहे। यही कारण है कि 160 से ज्यादा जगहों पर इनके द्वारा चलाई जा रही विकास यात्रा का विरोध हुआ है।
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज को आज बहने याद आ रही है, मैं केंद्र के एनसीआरबी के आंकड़ों के आधार पर कह रहा हूं कि पहले यह किसान पुत्र बनते थे तो प्रदेश में सबसे ज्यादा किसानों की आत्महत्या हुई, फिर यह मामा बनते थे तो प्रदेश की मासूम बच्चियों के साथ, आदिवासियों के साथ शोषण हुआ। मुझे तो इन नौजवानों के भविष्य की चिंता है, इनका भविष्य सुरक्षित रहे, यदि इन नौजवानों का भविष्य अंधकार में होगा तो प्रदेश का भविष्य कैसे अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा कि शिवराज का आधे से ज्यादा समय तो कमलनाथ की आलोचना में चला जाता है, आलोचना करके सरकार नहीं चलती है।
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