CCA के खिलाफ जामिया पहुंचे अनुराग कश्यप, बोले- यहां आकर लगा अभी हम जिंदा हैं
दिल्ली में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर छात्रों द्वारा संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन में पहुंचे अनुराग कश्यप ने कहा कि पहले लग रहा था कि मर गए हैं, लेकिन यहां आकर लगा कि हम जिंदा हैं।
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों के बीच शुक्रवार को चर्चित फिल्म निर्देशक और निर्माता अनुराग कश्यप पहुंचे। जामिया प्रदर्शन में पहुंचे अनुराग कश्यप ने प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच खुलकर अपनी बात रखी। जामिया के छात्रों को संबोधित करने के बाद अनुराग कश्यप शाहीन बाग भी पहुंचे, जहां करीब दो महीने से सैकड़ों महिलाएं संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं।
जामिया में अनुराग कश्यप के पहुंचने पर छात्रों ने उनका जबर्दस्त स्वागत किया। मंच से छात्रों को संबोधित करते हुए अनुराग कश्यप ने कहा, “मैं जामिया में आज पहली बार आया हूं। पहले हमें लग रहा था कि हम मर गए हैं, लेकिन आज यहां आकर लगा कि हम अभी जिंदा हैं।” अनुराग ने कहा कि किसी भी आंदोलन को देखकर लगता है कि हम अभी जिंदा हैं। उन्होंने कहा कि उनके लिए ये आंदोलन जामिया से शुरू हुआ। अभी ये लड़ाई बहुत लंबी है। कल, परसों या चुनाव के साथ ये खत्म नहीं होगी।
अनुराग कश्यप ने छात्रों से कहा कि आप उस तरीके की सरकार से डील कर रहे हैं, जो अपनों से अलग तरीके से डील कर रही है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री क्या करते हैं, हमें उस पर भरोसा नहीं। हमें इस पर भरोसा है कि आप क्या करते हैं। अनुराग ने कहा कि वे डरते हैं कि आप भड़क क्यों नहीं रहे हैं। उनको प्यार नहीं पता, क्योंकि उनको सिर्फ हिंसा की भाषा आती है। उन्होंने कहा कि सबको सबके हाल पर छोड़ कर चला गया था, लेकिन आप सबकी हिम्मत देखकर ट्विटर पर वापस आ गया। उन्होंने मीडिया पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मीडिया ने हमारा बहुत नुकसान किया है। वो अब आईना बनना बंद हो गई है।
इस दौरान उन्होंने सरकार के रुख पर हमला बोलते हुए कहा कि “वे विरोधाभासी बयान देते हैं। पहले उन्होंने कहा कि बिल लाएंगे, फिर कहा कि ऐसा कोई बिल नहीं लाएंगे। दरअसल वो जहां होते हैं, वहां वैसी बात करते हैं। इसलिए अब मैं सुनता ही नहीं। क्योंकि ये मोनोलॉग होता है, डायलॉग नहीं। जामिया में हिंसा को लेकर उन्होंने अमित शाह को घेरते हुए कहा कि गृह मंत्री का काम हमारी सुरक्षा है। लेकिन जामिया हिंसा मामले में अब तक कोई गिरफ्तार नहीं हुआ।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia