जेएनयू विवाद : चार सदस्यीय छात्र दल मांग-पत्र लेकर मानव संसाधन मंत्रालय पहुंचा
दिल्ली की सड़कों पर दिन भर मचे बबाल के बाद जवाहर लाल नेहरू विवि फीस विवाद को लेकर सोमवार रात छात्र, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय पहुंच गए। मांग पत्र के साथ छात्रों को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय (शास्त्री भवन) में कड़ी पुलिस सुरक्षा में पहुंचाया गया।
दिल्ली की सड़कों पर दिन भर मचे बबाल के बाद जवाहर लाल नेहरू विवि फीस विवाद को लेकर सोमवार रात छात्र, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय पहुंच गए। मांग पत्र के साथ छात्रों को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय (शास्त्री भवन) में कड़ी पुलिस सुरक्षा में पहुंचाया गया। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री के देश से बाहर होने के चलते छात्र प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों से संबंधित पत्र मंत्रालय के अधिकारियों के हवाले करेंगे।
सोमवार देर शाम इस बात की पुष्टि दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने आईएनएस से की। उन्होंने बताया, "पुलिस और छात्र नेताओं के बीच देर शाम एक सहमति बनी थी, जिसके मुताबिक चार छात्र नेताओं को कड़ी सुरक्षा में मंत्रालय तक पहुंचाया जाना है। मंत्रालय ने भी छात्र नेताओं से उनकी मांगों के बाबत मिलने की अनुमति दे दी। इसके बाद ही यह कदम उठाया गया।"
संयुक्त पुलिस आयुक्त ने कहा, "अभी हम लोग (दिल्ली पुलिस अधिकारी और छात्र नेता) शास्त्री भवन पहुंचे ही हैं। हमारे साथ छात्र नेता भी हैं। वे लोग अपनी मांगों से संबंधित सभी जानकरियां एक मांग पत्र के रूप में लिखित में लाए हैं।"
इससे पहले फीस बढ़ोतरी के खिलाफ जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स संसद मार्च पर निकले। सुबह 10 बजे से हजारों की संख्या में मार्च पर निकले छात्रों की पुलिस से झड़प भी हुई जिनमें कई घायल हो गए।
वहीं जेएनयू गेट पर लगाए गए तीन बैरिकेड को छात्रों ने तोड़ दिया। इसके बाद करीब दो घंटे के संघर्ष के बाद छात्रों ने बेर सराय के बैरिकेड को भी तोड़ दिया। इसके बाद छात्रों का मार्च भीकाजी कामा प्लेस फ्लाईओवर तक पहुंचा। संसद की ओर बढ़ रहे छात्रों को सफदरजंग टॉम्ब के पास रोक दिया गया। छात्र वहीं धरने पर बैठ गए। हालांकि देर शाम छात्रों को वहां से हटा दिया गया।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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