जम्मू-कश्मीर: नेशनल कांफ्रेंस के बाद पीडीपी ने किया पंचायत और निगम चुनाव के बहिष्कार का ऐलान
स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर पीडीपी ने नेशनल कांफ्रेंस की राह पकड़ ली है। सोमवार को पार्टी विधायकों के साथ बैठक के बाद पीडीपी ने भी निकाय और पंचायत चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। नेशनल कांफ्रेंस पहले ही इस चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर चुकी है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर में आगामी नगर निगम और पंचायत चुनावों का बहिष्कार करने की घोषणा की। पार्टी ने इसके साथ ही सरकार को असुरक्षा के इस माहौल में चुनाव कराने के निर्णय की समीक्षा करने को कहा है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, “हमारे सिर पर अनुच्छेद 35ए की तलवार लटके रहने के कारण राज्य के लोगों में असुरक्षा की भावना है। पार्टी ने चुनावों से दूर रहने का फैसला सर्वसम्मति से किया है।”
उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी, क्योंकि मौजूदा हालात ऐसे कार्य के लिए मुफीद नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “सरकार धारा 35-ए की रक्षा करने की इच्छुक नहीं है और लोगों में इसे लेकर असुरक्षा की भावना है। पार्टी इसलिए सरकार से आग्रह करती है कि वह इस समय चुनाव कराने के फैसले की समीक्षा करे।”
बारामुला विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने वाले पीडीपी के असंतुष्ट विधायक जावेद बेग भी बैठक में उपस्थित थे। लेकिन पांच अन्य पीडीपी विधायक हसीब द्राबू, इमरान अंसारी, आबिद अंसारी, अब्दुल मजीद पद्दर और अब्बास वानी बैठक में शामिल नहीं हुए।
नेशनल कांफ्रेंस ने पहले ही इन चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने शहरी स्थानीय निकाय चुनाव एक से पांच अक्टूबर के बीच कराने और 8 नवंबर से 4 दिसंबर तक पंचायत चुनाव कराने की घोषणा की है। अनुच्छेद 35ए के अंतर्गत जम्मू एवं कश्मीर में कोई भी बाहरी व्यक्ति जमीन व संपत्ति नहीं खरीद सकता।
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