जम्मू-कश्मीर: धारा 370 हटने के बाद एक और नेता नजरबंद, करगिल में हालात तनावपूर्ण, मलाला युसुफजई ने ये की अपील
जम्मू-कश्मीर के अलावा लद्दाख भी अब केंद्र शासित प्रदेश बन गया है। लेह में इस फैसले को लेकर जश्न का माहौल है, हालांकि करगिल जिले में अभी भी धारा 144 लागू की गई है। करगिल में अभी भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने पर कई इलाकों में तनावपूर्ण माहौल है। इसी बीच डोगरा स्वाभिमान संगठन के प्रमुख चौधरी लाल सिंह को उनके सरकारी आवास पर नजरबंद करने की खबर आई है। गांधीनगर स्थित उनके सरकारी आवास की तरफ जाने वाले मार्गों पर सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं, ताकि उनके समर्थक वहां तक नहीं पहुंच पाएं। दरअसल लाल सिंह ने बुधवार सुबह राज्य में उपजे हालात को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। लाल सिंह पहले पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को नजरबंद किया गया है।
दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद पैदा हुए हालात पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिस पर आज सुनवाई हो सकती है। तहसीन पूनावाला की ओर से दायर इस याचिका में घाटी से कर्फ्यू के साथ लैंडलाइन, इंटरनेट समेत सभी सुविधाओं पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग की गई है। साथ ही जम्मू-कश्मीर के नेताओं को भी रिहा करने की मांग की गई है।
बताया जा रहा है कि धारा 370 हटाने के बाद लेह में जश्न का माहौल है, लेकिन करगिल जिले में अभी भी धारा 144 लागू की गई है। खबरों के मुताबिक, करगिल में अभी भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं।
वहीं पाकिस्तान की सामाजिक कार्यकर्ता और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मलाला युसुफजई ने भी जम्मू-कश्मीर में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। मलाला युसुफजई ने कहा कि कश्मीर के लोग उस समय से संघर्ष के बीच रह रहे हैं, जब मैं एक बच्ची थी, जब मेरे माता और पिता बच्चे थे और मेरे दादा-दादी युवा थे। मैं चाहती हूं कि सात दशक से चले आ रहे कश्मीर मसले का शांतिपूर्ण ढंग से हल निकले।
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Published: 08 Aug 2019, 11:02 AM