जम्मू-कश्मीर: मीरवाइज उमर फारूक समेत 5 अलगाववादी नेताओं की वापस ली गई सुरक्षा, पुलवामा हमले के बाद फैसला
कश्मीर में अलगाववादियों को दिए गए सशस्त्र गार्डों, वाहनों और दूसरी सुविधाओं को वापस ले लिया गया है। इससे पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर घाटी के दौरे के दौरान कहा था कि पाकिस्तान से धन प्राप्त करने वालों को मुहैया कराई गई सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने रविवार को मीरवाइज उमर फारूक समेत 5 अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है। जिन पांच अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई है, उनमें मीरवाइज उमर फारूक, प्रोफेसर अब्दुल गनी भट, बिलाल लोन, हाशिम कुरैशी और शबीर अहमद शाह शामिल हैं।
फैसले के अनुसार, अलगाववादियों को दिए गए सशस्त्र गार्डो, वाहनों और दूसरी सुविधाओं को रविवार शाम से वापस ले लिया गया। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के शुक्रवार के बयान के बाद रविवार को घोषणा की गई है।
राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कश्मीर घाटी के दौरे के दौरान कहा था कि पाकिस्तान से धन प्राप्त करने वालों को मुहैया कराई गई सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा श्रीनगर में 26 जुलाई, 2017 को गिरफ्तार किए जाने के बाद से शाह वर्तमान में दिल्ली में हिरासत में है। शाह को एक आतंकी फंडिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, सुरक्षा की तैनाती उसके श्रीनगर के आवास के बाहर की गई थी, जहां उसका परिवार रहता है।
अलगाववादी नेताओं सैयद अली गिलानी और मोहम्मद यासीन मलिक को राज्य सरकार द्वारा कोई सुरक्षा नहीं दी गई थी।
गौरतलब है कि गुरुवार को पुलवामा के जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इस हमले के बाद से देश भर में पाकिस्तान के साथ अलगावादियों को लेकर लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है। देश भर में लोग जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं।
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