'बाबा सिद्दीकी जिंदा हैं या नहीं? जानने के लिए मैं अस्पताल के बाहर ही खड़ा था', हत्याकांड में शामिल शूटर का दावा

आरोपी शूटर शिवकुमार गौतम ने क्राइम ब्रांच की पूछताछ में खुलासा किया है कि गोलीबारी के बाद वो यह जानना चाह रहे थे कि बाबा सिद्दीकी जिंदा हैं या नहीं?

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नवजीवन डेस्क

एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को मौत के घाट उतारने वाले शूटर शिवकुमार गौतम ने क्राइम ब्रांच की पूछताछ में खुलासा किया है कि इस हत्या को अंजाम देने के बाद वो लीलावती अस्पताल पहुंचा था, ताकि बाबा सिद्दीकी के स्वास्थ्य का अपडेट ले सके। वो यह जानना चाह रहा था कि बाबा सिद्दीकी जिंदा हैं या नहीं?

शूटर ने बताया कि वो अपने आसपास के सूत्रों से बाबा सिद्दीकी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी जुटा रहे थे। इस बीच, जब उसे पता चला कि अब बाबा सिद्दीकी नहीं बच सकते हैं। उनकी हालत हद से ज्यादा नाजुक हो चुकी है, तो वो वहां से चला गया। शूटर ने बताया कि उसे फोन पर बाबा सिद्दीकी की मौत के बारे में जानकारी दी गई थी।

इसके बाद आरोपी शूटर रिक्शा लेकर कुर्ला स्टेशन पहुंचा और इसके बाद उसने एक लोकल ट्रेन पकड़ी। ट्रेन में सफर करने के दौरान ही उसके पास फोन आया, जिसमें उसे बाबा सिद्दीकी के मौत के बारे में जानकारी दी गई।

शूटर ने बताया कि जब उसे पता चला कि बाबा सिद्दीकी की मौत हो चुकी है, तो उसने अपनी शर्ट बदली और घटनास्थल पर चला गया।

बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद घटनास्थल पर जमकर हंगामा देखने को मिला था। इन सभी स्थितियों पर उसने पूरी नजर बनाकर रखी थी। इन तमाम स्थितियों पर वह करीब 30 मिनट तक नजर बनाए हुए था। इसके बाद वो दोबारा अस्पताल गया, ताकि अंदर क्या स्थिति है, उसके बारे में पता लगाया जा सके।


शूटर ने बताया कि बाबा सिद्दीकी को मौत के घाट उतारने के बाद उसका प्लान उज्जैन रेलवे स्टेशन पर धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह से मिलना था। इसके बाद बिश्नोई गैंग के लोग उसे वैष्णो देवी मंदिर लेकर जाने वाले थे। इसके बाद उसने लखनऊ की ट्रेन पकड़ी। जहां से वो रोडवेज बस से बहराइच के लिए रवाना हो गया।

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