इंदिरा गांधी की जयंती: राहुल बोले, हिम्मत-मोहब्बत की मिसाल थीं दादी, निडर होकर देशहित के रास्ते पर चलना उन्हीं से सीखा

राहुल गांधी ने कहा, दादी हिम्मत और मोहब्बत दोनों की मिसाल थीं। उन्हीं से मैंने सीखा है कि निडर होकर देशहित के रास्ते पर चलते रहना असली ताकत है। उनकी यादें मेरी शक्ति हैं, जो हमेशा मुझे राह दिखाती हैं।

फोटो: INCIndia
फोटो: INCIndia
user

नवजीवन डेस्क

देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की आज 107वीं जयंती है। आज पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। इस मौक पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी दिल्ली में शक्ति स्थल पहुंचे और इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान कांग्रेस पार्टी के कई नेता भी मौजूद रहे।

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “दादी हिम्मत और मोहब्बत दोनों की मिसाल थीं। उन्हीं से मैंने सीखा है कि निडर होकर देशहित के रास्ते पर चलते रहना असली ताकत है। उनकी यादें मेरी शक्ति हैं, जो हमेशा मुझे राह दिखाती हैं।”


देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को हुआ था। 1966 से 1977 और फिर 1980 से 1984 में अपने निधन तक वह प्रधानमंत्री रहीं। वह अपने पिता जवाहर लाल नेहरू के बाद सबसे ज्यादा वक्त तक प्रधानमंत्री रहने के मामले में दूसरे पायदान पर रहीं।

इंदिरा गांधी ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया पर अपनी अमिट छाप छोड़ी और उनके व्यक्तित्व की मिसालें दी जाती हैं। इंदिरा गांधी वह हैं, जिन्हें उनके निर्भीक फैसलों और दृढ़निश्चय के चलते लौह महिला कहा जाता है। इंदिरा गांधी के कार्यकाल में 1971 की जंग में भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह हराया था। पूर्वी पाकिस्तान को पाकिस्तान के दमन और अत्याचार से मुक्त कराने का श्रेय इंदिरा को ही जाता है। 1971 की जंग में पाकिस्तान के करीब एक लाख सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया था। उसी युद्ध के बाद बांग्लादेश का जन्म हुआ।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia