भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार तीसरे हफ्ते घटा, गिरकर चार महीने के निचले स्तर पर पहुंचा
विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट चिंता का कारण है क्योंकि आरबीआई इसका उपयोग रुपये में अस्थिरता को रोकने के लिए करता है। लेकिन इसमें गिरावट की स्थिति में भारतीय मुद्रा में तेज गिरावट होने पर आरबीआई के पास बाज़ार में हस्तक्षेप करने की कम गुंजाईश रहती है।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार तीसरे सप्ताह गिरकर 22 सितंबर तक चार महीने के निचले स्तर 590.7 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 22 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 2.3 अब डॉलर की गिरावट दर्ज की गई। इससे पहले के दो सप्ताहों में इसमें 5.9 अरब डॉलर की गिरावट रही थी।
विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट चिंता का कारण है क्योंकि आरबीआई इसका उपयोग रुपये में अस्थिरता को रोकने के लिए करता है। भारतीय मुद्रा में तेज गिरावट की स्थिति में केंद्रीय बैंक ऐसी स्थिति में रुपये को सहारा देने के लिए अमेरिकी डॉलर बेचने के लिए बाजार में हस्तक्षेप करता है।
वहीं विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट की स्थिति में आरबीआई के पास बाज़ार में हस्तक्षेप करने की कम गुंजाईश रहती है। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में, आरबीआई रुपये को डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिरने से रोकने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के माध्यम से डॉलर की बिक्री कर रहा है।
डॉलर के मुकाबले रुपया 22 सितंबर को समाप्त सप्ताह में 0.2 प्रतिशत मजबूत हुआ था और 82.8225 रुपये प्रति डॉलर और 83.2725 रुपये प्रति डॉलर के दायरे में कारोबार कर रहा था।शुक्रवार को रुपया इस सप्ताह 0.1 फीसदी की गिरावट के साथ 83.04 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
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