संसद में पीएम ने राम मंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट की घोषणा की, लगे जय श्रीराम के नारे, जानें क्या होगा नाम
अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार ट्रस्ट की घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन किया गया है जिसका का नाम श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र होगा।
पीएम मोदी ने लोकसभा में राम मंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट का नाम ‘श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ होगा। उन्होंने कहा कि यह ट्रस्ट श्रीराम मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित फैसले लेने के लिए होगा। सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी सहमित प्रदान कर दी है। पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद बीजेपी सांसदों ने लोकसभा में जय श्रीराम के नारे लगाए।
संसद को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मैं आज इस सदन को राम मंदिर निर्माण से जुड़ी जानकारी देने जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार यह ट्रस्ट अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के विषय में सभी फैसले लेने को स्वतंत्र है। पीएम मोदी ने कहा कि श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अयोध्या कानून के तहत अधिग्रहीत पूरी 67 एकड़ भूमि नवगठित ट्रस्ट को हस्तांतरित करने का भी निर्णय लिया है।
पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा, ‘‘9 नवंबर को फैसले के बाद, भारत के सभी नागरिकों ने देश की लोकतांत्रिक प्रणाली में अपनी धारणा साबित कर दी थी। मैं भारत के लोगों द्वारा दिखाए गए चरित्र की सराहना करता हूं। भारत में रहने वाले सभी समुदाय एक बड़े परिवार के सदस्य हैं। हमारी संस्कृति, परंपराएं, हमें वसुधैव कुटुंबकम और सर्वे भवन्तु सुखिनः का दर्शन देती हैं और इसी भावना के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “हिंदुस्तान में हर पंथ के लोग, चाहे वो हिंदू हों, मुस्लिम हों, सिख और ईसाई, हम सभी एक वृहद परिवार के ही सदस्य हैं। इस परिवार के हर सदस्य का विकास हो, वो सुखी रहे, स्वस्थ रहे, समृद्ध रहे, इसी भावना के साथ मेरी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र के साथ चल रही है।’’
खबरों के मुताबिक, इस बीच ये भी खबर आ रही है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड भी ट्रस्ट का गठन करेगा। जिसका नाम इंडो इस्लामिक कल्चर ट्र्स्ट होगा।
गौरतलब है कि पीएम मोदी का यह ऐलान 9 नवंबर 2019 को अयोध्या केस में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के 87 दिन बाद आया है। कोर्ट ने अयोध्या की विवादित जमीन पर राम मंदिर के हक में फैसला देते हुए अपने फैसले में केंद्र सरकार को आदेश दिया था कि तीन महीने के अंदर राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन किया जाये। साथ ही मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन उपलब्ध कराई जाए।
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