RSS में 12 साल बाद बड़ा परिवर्तन, जोशी की जगह दत्तात्रेय होसबोले बने नए सरकार्यवाह, होगी नंबर दो की हैसियत

कर्नाटक के शिमोगा जिले के सोरबा तालुक में एक छोटे से गांव में एक संघ कार्यकर्ता के यहां जन्मे दत्तात्रेय होसबोले संघ के तेजतर्रार प्रचारक हैं, जो कन्नड़, तमिल, हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत में धाराप्रवाह बोलते हैं। वह एक कुशल संगठनकर्ता के रूप में जाने जाते हैं।

फाइल फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में 12 साल बाद बड़ा परिवर्तन हुआ है। आरएसएस के नए सरकार्यवाह (महासचिव) पद पर दत्तात्रेय होसबोले का सर्वसम्मति से चयन हुआ है। वह पिछले 12 वर्ष से लगातार इस पद पर काम कर रहे सुरेश भैयाजी जोशी का स्थान लेंगे। इसी के साथ होसबोले मोहन भागवत के बाद संघ में नंबर दो हो जाएंगे।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बेंगलुरु के जनसेवा विद्य़ा केंद्र में चल रही अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में शनिवार को यह निर्णय लिया गया। बेंगलुरु में 19 मार्च से अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक शुरू हुई थी, जिसके दूसरे दिन शनिवार को सरकार्यवाह पद पर होसबोले का चयन हुआ।

दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ही संगठन के सारे निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई है। हर वर्ष अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की मीटिंग होती है। संघ में हर तीन वर्ष पर सरकार्यवाह यानी महासचिव पद पर चयन होता है। वर्ष 2009 से लगातार सुरेश भैयाजी जोशी सरकार्यवाह की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उन्हें 2018 की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में एक और कार्यकाल मिला था।

वर्ष 2018 से तीन साल बीत जाने के बाद 20 मार्च 2021 को हुए चुनाव में सर्वसम्मति से सुरेश भैयाजी जोशी की जगह दत्तात्रेय होसबोले को नया सरकार्यवाह चुना गया है। दत्तात्रेय होसबोले अभी तक संघ में सह सरकार्यवाह (ज्वाइंट जनरल सेक्रेटरी) की जिम्मेदारी देख रहे थे। अब सरकार्यवाह पद पर वह अगले तीन साल के लिए जिम्मेदारी संभालेंगे।

कर्नाटक के शिमोगा जिले के सोरबा तालुका के एक छोटे से गांव के रहने वाले दत्तात्रेय संघ के ऐसे तेजतर्रार प्रचारक हैं, जो कन्नड़, तमिल, हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत में धाराप्रवाह बोलते हैं। एक संघ कार्यकर्ता के यहां जन्मे होसबोले देश में आपातकाल के समय डेढ़ साल से ज्यादा समय तक जेल में भी रह चुके हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को सबसे मजबूत छात्र संगठन बनाने में उनकी अहम भूमिका है। वह अमेरिका और यूके में हिंदू स्वयंसेवकों को एकजुट करने के लिए बने हिंदू स्वयंसेवक संघ के मेंटर की भी भूमिका निभा चुके हैं।

नागपुर के संघ विचारक दिलीप देवधर ने कहा, "संघ में सरसंघचालक का पद मार्गदर्शक का होता है, लेकिन सरकार्यवाह (महासचिव) ही पूरे संगठन की प्रशासनिक व्यवस्था चलाते हैं। सरकार्यवाह को संगठन के संचालन के लिए अपनी टीम बनाने का अधिकार होता है। संघ इस नई भूमिका के लिए दत्तात्रेय होसबोले को लंबे समय से गढ़ने का कार्य कर रहा था। जब आज अनुकूल समय आया तो उन्हें संघ में अति महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी दी गई।"

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