इमरान खान पर गोली चलाने वाले का कबूलनामा, कहा- 'मैं सिर्फ इमरान को मारना चाहता था और किसी को नहीं'
इमरान खान पर गोली चलाने वाले हमलावर ने कुबूलनामे में कहा है कि उसका इरादा सिर्फ इमरान खान की जान लेना था और वह किसी और को नहीं मारना चाहता था। उसका कहना है कि वह इमरान खान की नीतियों से सहमत नहीं है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान गुरुवार को गुजरांवाला में पार्टी के लंबे मार्च के दौरान एक हमलावर के कंटेनर के करीब पहुंच गया। हमलावर ने खान को निशाना बनाते हुए गोलियां चलाईं, लेकिन इस घातक हमले में इमरान खान बाल-बाल बच गए। पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर हमलावर ने बाद में कहा कि वह केवल इमरान खान को मारना चाहता था और किसी को नहीं।
चश्मदीदों का कहना है कि "शूटर ने गोलियां चलाईं, जो इमरान खान के बगल में खड़े पीटीआई नेताओं को और इमरान के पैर में गोली। गोली लगने से पूर्व प्रधानमंत्री भी घायल हो गए।" पीटीआई नेताओं के मुताबिक, खान फिलहाल खतरे से बाहर हैं। सूत्रों के अनुसार, गोलीबारी में सीनेटर फैसल जावेद खान, सिंध के पूर्व राज्यपाल इमरान इस्माइल और अहमद चट्टा सहित पीटीआई के वरिष्ठ नेता घायल हो गए।
हमले के तुरंत बाद इमरान खान को कंटेनर के अंदर ले जाया गया, जिसके बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया और वहां से उन्हें लाहौर के शौकत खानम अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीटीआई के शीर्ष नेतृत्व के अलावा, हमले में कम से कम छह अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें से एक की हालत नाजुक बनी हुई है। रिपोर्टों के अनुसार, हमले में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
बताया जाता है कि कुल दो हमलावर थे। इनमें से एक हमलावर को पुलिस के हवाले करने से पहले मार्च में मौजूद पीटीआई के समर्थकों ने पकड़ लिया। जानकारी के अनुसार, हमलावरों में से एक का नाम फैसल बट है, जबकि दूसरे की पहचान मोहम्मद नवीद के रूप में हुई है।
फैसल ने कहा कि वह खान को उसी समय से मारना चाहता था, जब 28 अक्टूबर को उन्होंने लाहौर से अपना लंबा मार्च शुरू किया था।
फैसल ने कहा, "मैं खान से इसलिए नाराज हूं, क्योंकि वह नफरत फैलाने और लोगों को गुमराह करने में लगे हैं। मैं सिर्फ इमरान खान को मारना चाहता था और किसी को नहीं।" फैसल ने कहा, "मैंने यह अपनी मर्जी से किया, मुझे ऐसा करने के लिए किसी ने नहीं कहा। मुझे खान पर गुस्सा आ गया और मैं सिर्फ उन्हें ही मारना चाहता था।"
इस बीच, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इमरान खान पर हुए हमले की रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने गृह मंत्रालय को मामले पर एक रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया। शरीफ ने कहा, "मैं पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान पर गोलीबारी की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। मैंने गृहमंत्री को घटना पर तत्काल रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। मैं पीटीआई अध्यक्ष और अन्य घायल लोगों के स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करता हूं।" शरीफ ने कहा, "सरकार सुरक्षा और जांच में पंजाब सरकार को हर संभव सहयोग देगी। हमारे देश में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।"
इनके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री परवेज इलाही ने भी फायरिंग की घटना की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। खान पर हमला ऐसे समय में हुआ, जब लंबे मार्च की धीमी गति की आलोचना की जा रही थी। सरकार ने कहा है कि वह खान की किसी भी मांग के आगे नहीं झुकेगी।
वहीं बिलावल भुट्टो ने भी इमरान खान पर हमले की कड़ी निंदा की है और उनके जल्द स्वस्थ्य होने का कामना की है।
इमरान खाने पहले कहा था कि, "देश में मौजूदा नेतृत्व के खिलाफ क्रांति के लिए उनकी लड़ाई शांति से चलेगी या रक्तपात के माध्यम से, यह समय परिभाषित करेगा।" यह भी एक तथ्य है कि खान इस समय देश में अब तक के सबसे लोकप्रिय नेता हैं और उनकी हत्या के किसी भी प्रयास से व्यापक अराजकता और गुस्से का विरोध होना तय है।
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