हिमाचल प्रदेश: बीजेपी के 'धनबल के विरुद्ध, जनता का युद्ध', कांग्रेस ने केंद्र की नीतियों के खिलाफ निकाला मार्च
शिमला में कांग्रेस का प्रदर्शन, बीजेपी की नीतियों और धनबल के खिलाफ उठाई आवाज
शिमला में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह असंवैधानिक तरीकों का उपयोग करके राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। इसके विरोध में कांग्रेस ने सोमवार को एक मार्च निकाला। इस मार्च में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कैबिनेट मंत्रियों के अलावा कांग्रेस की प्रदेश इकाई की प्रमुख प्रतिभा सिंह मार्च में शामिल हुईं।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित यह मार्च ऐतिहासिक रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा से शुरू हुआ और आंबेडकर चौक पर समाप्त हुआ। इस बीच सीएम सुक्खू ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को मिले भारी जनादेश को नजरअंदाज करते हुए ‘‘अनैतिक और अलोकतांत्रिक’’ तरीके से राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिश की।
उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राज्य सरकार को केंद्र सरकार द्वारा असंवैधानिक तरीकों का उपयोग करके निशाना बनाने का प्रयास किया गया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और राज्य के लोगों की सेवा करेगी। पार्टी के छह विधायकों के पाला बदलकर राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार को वोट करने के बाद राज्य में कांग्रेस सरकार संकट में आ गई थी।
इस मार्च के बारे में ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लिखा कि. "धनबल के विरुद्ध जनता का युद्ध असत्य के खिलाफ सत्य की मशाल जल चुकी है। आज शिमला के रिज मैदान तक केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लोकतंत्र पर किए जा रहे हमलों व धनादेश के जरिए जनादेश को कुचलने के प्रयास के विरुद्ध निकाले गये मशाल जुलूस में हिस्सा लिया। हिमाचल की लोकतंत्र की संस्कृति और हिमाचलवासियों के जनादेश पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
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