हरियाणाः यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे खेल मंत्री संदीप सिंह का इस्तीफा, पीड़िता ने जेल में डालने की मांग की
महिला कोच ने जब से खेल मंत्री की करतूत उजागर की थी, उसके बाद से ही बीजेपी सरकार भारी दबाव में थी। पूरा मामला दिल्ली हाईकमान के पास पहुंच चुका था। लिहाजा, सरकार को और किरकिरी से बचाने के लिए खेल मंत्री संदीप सिंह से इस्तीफा लेना ही बेहतर उपाय समझ में आया।
अंतरराष्ट्रीय एथलीट और महिला कोच से छेड़छाड़ के गंभीर आरोपों में घिरे हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पीड़िता की शिकायत पर चंडीगढ़ पुलिस द्वारा केस दर्ज करने के बाद आज सुबह संदीप सिंह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। वहीं इस्तीफे के बाद महिला एथलीट ने कहा है कि संदीप सिंह को जेल में डालो। इसके बाद ही उत्पीड़न का शिकार हुई और महिलाएं भी सामने आएंगी।
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 पुलिस थाने में दर्ज केस में आईपीसी की धारा 354, 354ए, 354 बी, 342 और 506 लगाई गई है। संदीप सिंह का कहना है कि नैतिकता के आधार पर उन्होंने अपना खेल विभाग मुख्यमंत्री को सौंप दिया है। इससे पहले महिला कोच ने गृह मंत्री अनिल विज से भी मुलाकात की। महिला कोच ने गृह मंत्री से मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उसने कहा कि जब खेल मंत्री सलाखों के पीछे होंगे तो और भी ऐसी महिलाएं सामने आएंगी, जो खेल मंत्री के उत्पीड़न का शिकार हुई हैं।
यह पहले से कयास लगाए जा रहे थे कि मामला गंभीर है और खेल मंत्री के पास इस्तीफा देने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। महिला कोच ने जिस तरह कैमरे के सामने खेल मंत्री की करतूत उजागर की थी और मामले ने तूल पकड़ा था, उसके बाद से ही बीजेपी सरकार भारी दबाव में थी। पूरा मामला दिल्ली हाईकमान के पास पहुंच चुका था। लिहाजा, सरकार को और किरकिरी से बचाने के लिए खेल मंत्री संदीप सिंह से इस्तीफा लेना ही बेहतर उपाय समझ में आया।
रियो ओलंपिक स्क्वॉड का हिस्सा रही महिला एथलीट के आरोप बेहद गंभीर प्रकृति के थे। इससे पहले पीड़िता के आरोपों पर हरियाणा के डीजीपी की ओर से पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। इसमें आईपीएस ममता सिंह और समर प्रताप सिंह के साथ एचपीएस राजकुमार कौशिक को शामिल किया गया है। एसआईटी को ममता सिंह लीड कर रही हैं।
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय एथलीट और हरियाणा सरकार में जूनियर कोच ने पिछले हफ्ते आरोप लगााया था कि खेल मंत्री संदीप सिंह ने नौकरी को लेकर कुछ बात करने के बहाने उसे अपने घर पर बुलाया था। अगले दिन जब महिला सारे डाक्यूमेंट लेकर संदीप सिंह के सेक्टर 7 स्थित 72 नंबर की कोठी पर गई तो उन्होंने उसे बिना कैमरे वाले कमरे में ले जाकर छेड़छाड़ की। उन्होंने उसके पैर पर हांथ रखे और उस पर हावी होने की कोशिश की। इस दौरान छीना-झपटी में उन्होंने उसका टी-शर्ट भी फाड़ दिया। इस दौरान महिला ने उन्हें पुश करके टेबल पर गिरा दिया और वहां से भाग गई। जब वह कमरे से चीख-चिल्लाकर भागी तो वहां मौजूद पुलिस और अन्य स्टाफ उसकी सिचुएशन पर हंस रहे थे। किसी तरह वह वहां से बचकर भागी।
महिला ने आरोप लगाया कि घटना से सकते में आई उसने जब रात को डीजीपी के पीएस को कॉल किया तो उन्होंने कहा कि मैडम कहां पंगे कर रही हो। लड़की हो। कहीं वह मरवा देगा। आराम करो कुछ नहीं होता। सीएम के पीएस को भी कॉल किया। वहां से बोला गया कि मैडम अवाएड करो। छोटी-मोटी बातों के लिए सीएम के पास समय नहीं है। अगले दिन स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट में डिसकशन किया तो वहां से सलाह दी गई कि तुम पंगे मत करो। बेटर है तुम अवाएड करके ट्रेनिंग पर ध्यान दो। महिला ने कहा कि चार-पांच महीने से मैं बहुत डिस्टर्ब चल रही हूं। संदीप सिंह ने अब मेरा ट्रांसफर झज्जर करने के बाद कहा कि अब तुम वहां घास खोदो।
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