ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू ने संभाला चुनाव आयुक्त का पदभार, इस मामले में SC में अहम सुनवाई आज
पीएम मोदी की अध्यक्षता वाले चयन पैनल द्वारा ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू को चुनाव आयुक्त नियुक्त किए जाने पर जयराम रमेश ने कहा कि ये तो करना ही था। चयन समिति में हमारे नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस पर आपत्ति जताई थी लेकिन सरकार के पास बहुमत है।
ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू ने चुनाव आयुक्त का पदभार संभाल लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले चयन पैनल ने कल दोनों को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया था।
चुनाव आयुक्तों के चयन पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर कांग्रेस पार्टी की प्रतिक्रिया आई है। पीएम मोदी की अध्यक्षता वाले चयन पैनल द्वारा ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू को चुनाव आयुक्त नियुक्त किए जाने पर कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा, "ये तो करना ही था। चयन समिति में हमारे नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस पर आपत्ति जताई थी लेकिन सरकार के पास बहुमत है।"
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई
इस बीच सुप्रीम कोर्ट मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से जुड़ी चयन समिति में मुख्य न्यायाधीशों (सीजेआई) को शामिल नहीं करने के खिलाफ दायर याचिका पर आज को सुनवाई करेगा। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली 5 सदस्यीय संविधान पीठ गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की याचिका पर सुनवाई करेगी।
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई अहम क्यों है?
सुनवाई बेहद अहम, क्योंकि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू को गुरुवार को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली एक चयन समिति ने चुना। 14 फरवरी को अनूप चंद्र पांडे के रिटायरमेंट और अरुण गोयल के अचानक इस्तीफे के बाद दो पद खाली हो गए थे। नए कानून के तहत चयन समिति की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं और विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री की ओर से नामित एक केंद्रीय मंत्री इसके सदस्य होते हैं।
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