महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन का राज्यपाल का फैसला संवैधानिक प्रक्रिया का मखौल-सुरजेवाला
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर लिखा कि राज्यपाल ने आमंत्रित दलों को पर्याप्त समय नहीं दिया और सभी दलों को आमंत्रित करने के बावजूद उन्होंने कांग्रेस को सरकार बनाने का आमंत्रण नहीं दिया।
कांग्रेस ने मंगलवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल बी.एस. कोश्यारी के राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की अनुशंसा करने के कदम को राजनीति से प्रेरित बताया। पार्टी ने कहा कि राज्यपाल ने आमंत्रित दलों को पर्याप्त समय नहीं दिया और सभी दलों को आमंत्रित करने के बावजूद उन्होंने कांग्रेस को सरकार बनाने का आमंत्रण नहीं दिया। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, "राज्यपाल कोश्यारी ने महाराष्ट्र में लोकतंत्र का अपमान किया और राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा करके संवैधानिक प्रक्रिया का मजाक उड़ाया है।"
उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में अकेली सबसे बड़ी पार्टी की अनुपस्थिति में, राज्यपाल को पहले सबसे बड़े चुनाव पूर्व गठबंधन बीजेपी-शिवसेना को एकसाथ और उसके बाद दूसरे सबसे बड़े गठबंधन कांग्रेस-एनसीपी को बुलाना चाहिए था।"
सुरजेवाला ने कांग्रेस को आमंत्रित नहीं करने के लिए भी राज्यपाल पर सवाल उठाए।उन्होंने कहा, "अगर राज्यपाल ने व्यक्तिगत दलों को बुलाया भी, तो उन्होंने कांग्रेस को क्यों नहीं बुलाया? राष्ट्रपति शासन लगाने से पहले समय देने में गड़बड़ी क्यों की गई। बीजेपी को 48 घंटे, शिवसेना को 24 घंटे और एनसीपी को 24 घंटे भी नहीं। यह कदम राजनीति से प्रेरित है।"
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