बेरोजगारी से निपटने का केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का फार्मूला: पहले आबादी कम करो, फिर मिलेगा रोजगार
जनसंख्या वृद्धि पर गिरिराज सिंह का यह पहला ट्वीट नहीं है और इसेआखिरी भी नहीं मानना चाहिए, क्योंकि वे पिछले करीब दो महीने से लगातार जनसंख्या को ही बेरोजगारी का कारण बताने पर तुले हुए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के 84वें महाधिवेशन में कहा था कि मोदी सरकार के सामने जब भी कोई बड़ा मुद्दा आता है, तो वह उससे ध्यान भटकाने के लिए दूसरा मुद्दा खड़ा कर देती है। आज देश के सामने सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है और देश का युवा वर्ग इससे हलकान है। लेकिन इस मुद्दे का कोई ठोस हल निकालने के बजाए मोदी सरकार इसे नया रंग देने में जुट गई है।
मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह ने बेरोजगारी की समस्या को जनसंख्या वृद्धि से जोड़ दिया है। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा है कि, “सभी युवाओं से अपील है की वो बढ़ती जनसंख्या के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने का शपथ ले और समाज को जागरूक करे। बढ़ती जनसंख्या आपके रोज़गार और शांति को छीन रहा है। बढ़ती जनसंख्या आपके हिस्से का विकास और आपका अमन चैन छीन रहा है। 10 दिन में जनसंख्या 4 लाख बढ़ी।” अपने इस ट्वीट में उन्होंने 9 मार्च के जनसंख्या के आंकड़े पेश किए हैं।
जनसंख्या वृद्धि पर गिरिराज सिंह का यह पहला ट्वीट नहीं है और इसे आखिरी भी नहीं मानना चाहिए, क्योंकि वे पिछले करीब दो महीने से लगातार बेरोजगारी पर जनसंख्या को ही कारण बताने पर तुले हुए हैं।
क्या इस ट्वीट के ये अर्थ नहीं निकाले जाने चाहिए कि मोदी सरकार के पास बेरोजगारी का कोई इलाज नहीं है? बेरोजगारी को बढ़ती आबादी से जोड़ना क्या इस समस्या के सांप्रदायिकरण की कोशिश नहीं माना जाना चाहिए?
दरअसल गिरिराज सिंह वही कर रहे हैं, जो बीजेपी नेतृत्व करता रहा है। जब-जब किसी गंभीर समस्या की बात होती है, तो उसका हल निकालने के बजाय उसे अलग रूप दे दिया जाता है। मोदी सरकार को पता है कि बेरोजगारी की समस्या को लेकर देश का युवा गुस्से में है, ऐसे में उसे यह बताना कि बेरोजगारी का कारण बढ़ती जनसंख्या है, मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश के अलावा कुछ और नहीं। यह बात जगजाहिर है कि बीजेपी और आरएसएस बढ़ती आबादी के लिए हमेशा से मुसलमानों को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। गिरिराज सिंह की कोशिश भी यही है।
यह पहला मौका नहीं है जब गिरिराज सिंह ने मुसलमानों से जुड़ा कोई ट्वीट किया है या बयान दिया है। इसी साल पहली जनवरी को भी उन्होंने बयान दिया था कि मुसलमानों की बढ़ती आबादी देश के विकास और सामाजिक सद्भाव के लिए खतरा है। इसी तरह राजस्थान में बीजेपी विधायक बनवारी लाल सिंघल ने भी बयान दिया था कि हिंदुओं के एक या दो बच्चे होते हैं और वे उनकी शिक्षा पर ध्यान देते हैं, लेकिन मुसलमान सिर्फ अपनी आबादी बढ़ाने पर ध्यान देते हैं क्योंकि इस बहाने वे भारत पर कब्जा करना चाहते हैं।
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