लाल किले की प्राचीर से PM मोदी ने की 'महिला नेतृत्व' वाले विकास की बात, 'नारी शक्ति' की दुर्गति पर साध गए चुप्पी!
पीएम मोदी ने कहा कि एक चीज जो देश को आगे ले जाएगी वह है महिला नेतृत्व वाला विकास। आज भारत गर्व से यह कह सकता है कि दुनिया में नागरिक उड्डयन में अगर किसी एक देश में सबसे ज्यादा महिला पायलट हैं तो वह भारत है।
देश आज 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया और अपनी सरकार की जमकर तारीफ की। इस मौके पर उन्होंने देश की महिलाओं का जिक्र करते हुए आपनी सरकार की खूब वाहवाही की। पीएम मोदी ने कहा, “एक चीज जो देश को आगे ले जाएगी वह है महिला नेतृत्व वाला विकास। आज भारत गर्व से यह कह सकता है कि दुनिया में नागरिक उड्डयन में अगर किसी एक देश में सबसे ज्यादा महिला पायलट हैं तो वह भारत है। चंद्रयान की गति हो, मून मिशन की बात हो, मेरी महिला वैज्ञानिक उसका नेतृव कर रही हैं। जी20 देश भी महिला नेतृत्व वाले विकास के महत्व को पहचान रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने नारी शक्ति की बात करते हुए अपनी सरकार की पीठ तो थपथाई, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि उसी नारी शक्ति का इस देश में आज क्या हाल हो गया है। देश में महिलाओं के साथ किस तरह का अपराध हो रहा है और पीएम मोदी की सरकार महिलाओं को लेकर हो रही घटनाओं पर कितनी संजीदा है। मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न परेड कराने का मामला सबसे बड़ा उदाहरण है। मणिपुर में बीजेपी की सरकार है। दो महिलाओं के साथ दिल दहला देने वाली वारदात हुई और राज्य सरकार को अरोपियों के खिलाफ एक्शन लेने में हफ्तों लग गए। जब महिलाओं का वीडियो वायरल हुआ तब सरकार की नींद टूटी और पीएम मोदी दुख जताने के लिए दो शब्द कह दिए। इससे पहले मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी ने चुप्पी साध रखी थी।
देश की महिलाएं मून मिशन में शामिल हो रही हैं, पायलट बनकर आसमान को चूम रही हैं यह अच्छी बात है, लेकिन उन्हीं महिलाओं में से कई ऐसी हैं, जो इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही हैं। सवाल यह है कि रामराज लाने की बात करने वाली सरकार को यह नहीं पता कि असल में रामराज का क्या मतलब है?
महिलाओं के खिलाफ अपराध पर क्या कहते हैं आंकड़े?
गृह मंत्रालय की ओर से इसी मॉनसून सत्र के दौरान संसद में पेश की गई रिपोर्ट में महिलाओं को लेकर चिंताजनक स्थिति पर प्रकाश डाला गया है। गृह मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि देश में 2019 से 2021 के बीच 13.13 लाख से ज्यादा लड़कियां और महिलाएं लापता हो गईं। यह आंकड़े एनसीआरबी द्वारा जुटाए गए हैं। मंत्रालय ने संसद को बताया कि देश में 2019 से 2021 के बीच 18 साल से अधिक उम्र की 10,61,648 महिलाएं और 18 साल से कम उम्र की 2,51,430 लड़कियां गायब हो गईं। नारी शक्ति पर गर्व करने वाली सरकार के लिए क्या शर्म की बात नहीं है?
एनसीआरबी के साल 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, देश में 30 हजार, 16 रेप के केस दर्ज किए गए थे। देश में महिला के खिलाफ अपराधों के मामले साल 2020 के मुकाबले 2021 में 15 फीसदी बढ़ गए। साल 2020 में 3,71,503 और 2021 में 4,28, 278 मामले रिपोर्ट किए गए।
एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, देश में महिलाओं के खिलाफ साल 2021 में पति/परिवार की क्रूरता के 31 फीसदी, महिलाओं के अपमान के 20 फीसदी, अपहरण के 17 फीसदी और रेप के 7 फीसदी दर्ज किए गए। कुल मामले 4 लाख, 4 लाख, 28 हजार, 278 दर्ज किए गए थे।
सवाल यह है कि लाल किले की प्राचीर से नारी शक्ति पर अच्छी-अच्छी बातें और भाषण देने के साथ क्या पीएम मोदी को यह नहीं बताना चाहिए था कि आखिर उनकी सरकार महिलाओं के खिलाफ हो रहे आपराध पर किस हद तक काबू कर पाई है? क्या पीएम मोदी को यह नहीं बताना चाहिए था कि महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध लगाम कसने के लिए उनकी सरकार क्या कदम उठा रही है?
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Published: 15 Aug 2023, 12:59 PM