मध्य प्रदेश के कई इलाकों में मंडराया बाढ़ का खतरा, बरगी, तवा और बारना बांध ओवरफ्लो, सीएम शिवराज ने की आपात बैठक

नरसिंहपुर जिले में भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में पानी भर गया, तो, वही आसपास के सभी छोटे नदी नाले उफान पर है। बरगी के गेट खुलने से नर्मदा नदी में उफान होने से गोटेगांव से जबलपुर सडक मार्ग पर झांसीघाट का पुल डूब गया है जिससे आवागमन बंद है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

मध्य प्रदेश में भारी बारिश के बाद सभी बांध खतरे के निशान के ऊपर बने लगे हैं। राज्य के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के इटारसी में तवा बांध के सभी 13 गेट आज 30 फीट तक खोल दिए गए, जिसमें 5,33,823 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। होशंगाबाद के एसडीएम ने कहा, “बरगी बांध, तवा बांध और बारना बांध का ओवरफ्लो पानी नर्मदा नदी में आ रहा है, जिससे नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर चला गया है। निचले इलाकों में पानी भर रहा है। निचले इलाकों के लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर लाया जा रहा है।”

वहीं, नरसिंहपुर जिले में भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में पानी भर गया, तो, वही आसपास के सभी छोटे नदी नाले उफान पर है। बरगी के गेट खुलने से नर्मदा नदी में उफान होने से गोटेगांव से जबलपुर सडक मार्ग पर झांसीघाट का पुल डूब गया है जिससे आवागमन बंद है।


नरसिंहपुर से छिंदवाडा सडक मार्ग पर पुलिस क्षतिग्रस्त हो जाने से भी आवागमन बंद है। आज सुबह आठ बजे तक जिले में औसत बारिश पौने छह इंच हुई है। नरसिंहपुर में 193 मिलीमीटर (मिमी), करेली में 185 मिमी, गाडरवारा में 114 मिमी, गोटेगांव में 66 मिमी और तेन्दूखेडा में 134 मिमी बारिश दर्ज की गयी है। रात भर बारिश होने के कारण निचले इलाकों में पानी भर जाने से लोगों को सुरक्षित इलाके में पहुंचाने का कार्य चल रहा है।

प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में बाढ़ की स्थिति पर अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। साथ ही उन्होंने जरूरी निर्देश दिए।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia


Published: 29 Aug 2020, 12:25 PM