किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाल सरकार को दिखाया ट्रेलर, बोले- नहीं मानी तो 2024 तक डटे रहने को तैयार

दिल्ली की हाड़ कंपा देने वाली ठंड और बारिश में भी 44 दिनों से डटे किसानों ने आज सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए विशाल ट्रैक्टर मार्च निकाला। दिल्ली के सिंघु, टिकरी, गाजीपुर समेत कई स्थानों से मार्च निकला, जिसमें हजारों ट्रैक्टरों के साथ कई हजार किसान शामिल हुए।

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आसिफ एस खान

केंद्र के विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 44 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हजारों किसानों ने आज विभिन्न स्थानों पर ट्रैक्टर मार्च निकाल कर सरकार को 26 जनवरी को तय प्रदर्शन का ट्रेलर दिखाया। ट्रैक्टर मार्च के बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार नहीं मानी तो हम 2024 तक आंदोलन जारी रखने के लिए तैयार हैं।

दिल्ली की हाड़ कंपा देने वाली ठंड और बारिश में भी 44 दिनों से डटे किसानों ने आज सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए विशाल ट्रैक्टर मार्च निकालकर राजधानी दिल्ली को घेर लिया। इस मार्च में हजारों किसानों ने शिरकत की। दिल्ली के सिंघु, टिकरी, गाजीपुर और अन्य स्थानों से किसानों के अलग-अलग जत्थों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला, जिसमें हजारों ट्रैक्टरों के साथ कई हजार किसान शामिल हुए।

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गुरुवार की सुबह दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं से किसान कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे के लिए रवाना हुए। सिंघु से टीकरी की तरफ, जबकि टीकरी से सिंघु की तरफ मार्च करते हुए हजारों ट्रैक्टर से किसान एक जगह पर इकट्ठा हुए और केएमपी पर मार्च करते हुए पलवल की ओर कूच किया। इसी तरह गाजीपुर से पलवल के लिए भी हजारों ट्रैक्टर के साथ किसानों का जत्था मार्च के लिए निकला। इसी तरह पलवल से सिंघु बॉर्डर की ओर भी किसानों का बड़ा जत्था रवाना हुआ।

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किसानों का ट्रैक्टर मार्च जैसे-जैसे दिल्ली से आगे बढ़ा, वैसे-वैसे उत्तर प्रदेश और हरियाणा के गांवों के किसान भी इसमें शामिल होते गए। इस कारण केएमपी एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर जाम लग गया। इसी तरह सोनीपत में कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दे रहे किसानों ने भी ट्रैक्टर मार्च निकाला। यहां ट्रैक्टर मार्च को सफल बनाने के लिए पंजाब के साथ ही हरियाणा से भी हजारों किसान ट्रैक्टर लेकर केएमपी-केजीपी गोलचक्र पर पहुंचे थे। वहीं दिल्ली के बुराड़ी में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने भी ट्रैक्टर मार्च निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया।

आज के किसानों के ट्रैक्टर मार्च के दौरान कई जगह पर महिलाओं ने भी मोर्चा संभाला। कई जगहों पर ट्रैक्टर की स्टेयरिंग पर महिलाएं दिखीं। वहीं, अब 26 जनवरी को होने वाली किसानों की परेड मार्च में भाग लेने के लिए जींद की एक महिला ट्रैक्टर चलाना सीख रही है। महिला ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली पहुंचेंगे। अगर सरकार नहीं मानेगी तो ट्रैक्टर-ट्राली लेकर परेड करेंगे, जिसके लिए हम ट्रेनिंग ले रहे हैं। हम बिल्कुल पीछे नहीं हटेंगे।

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गाजीपुर बॉर्डर से किसानों के ट्रैक्टर मार्च का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को चेतावनी देने के लिए यह रैली निकाली गई है। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को हम ट्रैक्टर परेड निकालेंगे। उन्होंने एक बार फिर सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, “हमारी मांग नहीं मानी गई तो हम आंदोलन खत्म नहीं करेंगे, हम मई, 2024 तक आंदोलन के लिए तैयार हैं।”

गौरतलब है कि केंद्र सरकार के विवादित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसानों का आंदोलन आज 44वें दिन में प्रवेश कर गया। हाड़ कंपा देने वाली इस ठंड और बारिश में भी डटे किसानों ने साफ कर दिया है कि वे तब तक पीछे नहीं हटेंगे, जब तक सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती है। वहीं सरकार पर अब कल होने वाली बातचीत को लेकर काफी दबाव है। क्योंकि किसानों ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 26 जनवरी के दिन पूरे देश के साथ राजधानी दिल्ली की सड़कों पर ट्रैक्टर परेड निकालेंगे।

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