वार्ता के लिए अमित शाह की शर्त पर भड़के किसान, कल सुबह बैठक में अगले कदम पर होगा फैसला
गृहमंत्री अमित शाह ने आज किसानों को बातचीत का ऑफर देते हुए कहा था कि यदि किसान संगठन 3 दिसंबर से पहले बात करना चाहते हैं, तो जैसे ही वह अपना प्रदर्शन निर्धारित स्थान पर शिफ्ट करेंगे, उसके अगले दिन सरकार किसानों की चिंताओं को दूर करने के लिए वार्ता करेगी।
मोदी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे किसानों के साथ पिछले तीन दिनों से जारी गतिरोध के बाद शनिवार शाम को गृहमंत्री अमित शाह ने किसानों से वार्ता का संकेत दिया है। हालांकि उन्होंने इसके लिए प्रदर्शन को पहले शिफ्ट करने की शर्त लगा दी है, जिस पर किसान नेता भड़क गए हैं। किसान नेताओं ने कहा है कि गृहमंत्री को बिना किसी शर्त के खुले दिल से वार्ता की पेशकश करनी चाहिए।
देश के गृहमंत्री की तरफ से आए बयान पर आंदोलकारी किसानों में शामिल भारतीय किसान यूनियन, पंजाब के अध्यक्ष जगजीत सिंह ने कहा कि अमित शाह जी ने एक शर्त पर जल्द बैठक करने की बात कही है, जो सही नहीं है। उन्हें बिना किसी शर्त के खुले दिल से वार्ता की पेशकश करनी चाहिए। हम इस पर फैसला लेने के लिए कल सुबह बैठक करेंगे।
बता दें कि इससे पहले गृहमंत्री ने किसानों को बातचीत का ऑफर देते हुए कहा था कि यदि किसान संगठन 3 दिसंबर से पहले बात करना चाहते हैं, तो मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जैसे ही आप अपना प्रदर्शन सरकार द्वारा निर्धारित स्थान पर शिफ्ट करेंगे, उसके अगले दिन सरकार किसानों की चिंताओं को दूर करने के लिए वार्ता आयोजित करेगी।
गृहमंत्री अमित शाह की तरफ से आए बयान के बाद किसानों को हो रही मुश्किलों को देखते हुए पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी किसानों से वार्ता के लिए गृहमंत्री की बात मानने की अपील की। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों से आग्रह करते हुए कहा कि वे गृह मंत्री की निर्धारित स्थान पर शिफ्ट होने की अपील को स्वीकार कर लें। इस प्रकार वे अपने मुद्दों को हल करने के लिए शुरुआती बातचीत का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia