बाढ़ के खतरे के बीच दिल्ली में भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध, अंतरराज्यीय बसों को भी सीमाओं पर रोका गया
दिल्ली सरकार ने साफ किया कि ये रोक दवा, सब्जी, फल, अनाज, दूध, अंडे, बर्फ जैसी आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले ट्रकों और पेट्रोलियम उत्पादों के टैंकरों पर लागू नहीं होंगे। दिल्ली में यमुना का पानी खतरे के निशान से काफी ऊपर है और रिंग रोड तक पहुंच गया है।
राजधानी दिल्ली में भारी बारिश के बाद यमुना के लगातार बढ़ते जलस्तर से पैदा हुए बाढ़ के हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने गुरुवार को कुछ एंट्री प्वाइंट से भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। सिंघू समेत विभिन्न सीमाओं पर अंतरराज्यीय बसों को भी रोक दिया गया।
दिल्ली सरकार ने अपने आदेश में कहा कि सिंघु बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर से भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसमें आगे कहा गया कि हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड से अंतरराज्यीय बसें आईएसबीटी कश्मीरी गेट पर समाप्त होने की बजाय सिंघू सीमा पर समाप्त होंगी। ये निर्देश अगली सूचना तक प्रभावी रहेंगे।
दिल्ली सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि ये निर्देश दवाओं, कच्ची सब्जियों, फल, अनाज, दूध, अंडे, बर्फ जैसी आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले ट्रकों और पेट्रोलियम उत्पादों को ले जाने वाले टैंकरों पर लागू नहीं होंगे। दिल्ली वासियों को सीमावर्ती इलाकों में भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि यमुना नदी में पानी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रहा है और रिंग रोड तक पहुंच गया है।
आईएसबीटी की ओर जाने वाली बसों को बाईपास क्रॉसिंग पर मोड़ा जा रहा है, जिससे यात्रियों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है, क्योंकि वे अपने गंतव्य तक पहुंचने के बारे में अनिश्चित हैं। पुलिस ने आईएसबीटी की ओर जाने वाले बाईपास फ्लाईओवर के शुरुआती बिंदुओं पर अतिरिक्त जांच चौकियां स्थापित की हैं और किसी भी वाहन को गुजरने की अनुमति नहीं दे रही है।
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