सबसे ज्यादा वोट से जीतने वाले इंदौर के सांसद के निर्वाचन को चुनौती, चुनाव आयोग को भी नोटिस जारी
धर्मेंद्र झाला ने याचिका में कहा कि उन्होंने इंदौर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा था लेकिन इस नामांकन को उनके कथित तौर पर फर्जी दस्तखत से वापस ले लिया गया था। उन्होंने इस कथित गड़बड़ी के चलते लालवानी के निर्वाचन को शून्य घोषित करने की मांग की है।
लोकसभा चुनाव में देश में सबसे ज्यादा वोट से जीतने वाले इंदौर के बीजेपी सांसद शंकर लालवानी के निर्वाचन को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। हाईकोर्ट ने चुनौती देने वाली याचिका पर बुधवार को लालवानी समेत भारत निर्वाचन आयोग को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर पीठ के न्यायमूर्ति प्रणय वर्मा ने पूर्व वायु सैनिक धर्मेंद्र सिंह झाला की याचिका पर निर्वाचन आयोग के साथ ही राज्य निर्वाचन आयुक्त, जिला निर्वाचन अधिकारी और लालवानी को भी नोटिस जारी किया। एकल पीठ ने इस याचिका पर अगली सुनवाई के लिए दो सितंबर की अगली तारीख तय की है।
धर्मेंद्र सिंह झाला ने अपनी याचिका में कहा कि उन्होंने इंदौर लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा था लेकिन इस नामांकन को उनके कथित तौर पर फर्जी दस्तखत से वापस ले लिया गया था। पूर्व वायु सैनिक ने अपनी याचिका में उच्च न्यायालय से गुहार लगाई कि इस कथित गड़बड़ी के चलते इंदौर के लोकसभा सांसद के तौर पर लालवानी के निर्वाचन को शून्य घोषित किया जाए।
इंदौर निर्वाचन क्षेत्र में 13 मई को हुए लोकसभा चुनाव में निवर्तमान सांसद और बीजेपी उम्मीदवार लालवानी ने अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी संजय सोलंकी को 11.75 लाख वोट के रिकॉर्ड अंतर से हराया था। यह पिछले लोकसभा चुनाव में देश भर की 543 सीटों में जीत का सबसे बड़ा अंतर है।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia