MP By-Election: छिटपुट हिंसा के बीच मध्य प्रदेश में 66.37 प्रतिशत हुआ मतदान, इस सीट पर बना रिकॉर्ड
मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों में उप-चुनाव का मतदान छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। चुनाव आयोग की ओर से जो आंकड़े सामने आए हैं उससे पता चलता है कि 66.37 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों में उप-चुनाव का मतदान छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। चुनाव आयोग की ओर से जो आंकड़े सामने आए हैं उससे पता चलता है कि 66.37 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। कोरोना महामारी के बावजूद राज्य के 28 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं ने मतदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उप-चुनाव में लगभग 64 लाख मतदाता हैं। इनमें से 66 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इन क्षेत्रों में 355 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनका भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। आपको बता दें, 10 नवंबर को वोटों की गिनती होगी।
मिली जानकारी के अनुसार सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। धीरे-धीरे मतदान की रफ्तार बढ़ने लगी। 66.37 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। मुरैना के सुमावली और भिंड के मेहगांव विधानसभा क्षेत्रों के कुछ मतदान केंद्रों के आसपास मामूली हिंसा हुई। कुछ मतदान केंद्र के इलाकों में गोली चली, तीन से चार लोग घायल हुए है, वहीं दो दुपहिया वाहन को भी जलाया गया। इसके अलावा ईवीएम भी तोड़ी गई। विवाद और हिंसा की आशंका के चलते कई उम्मीदवारों के रिश्तेदारों को पुलिस ने हिरासत में लिया। वहीं गोहद और ग्वालियर पूर्व क्षेत्र के उम्मीदवारों को पुलिस ने मतदान खत्म होने से पहले नजरबंद कर दिया। वहीं कई स्थानों पर लोगों ने विरोध दर्ज कराते हुए मतदान का बहिष्कार भी किया, बाद में प्रशासन ने उन्हें मना लिया।
मध्य प्रदेश में सबसे अधिक मतदान धार जिले की बदनावर सीट पर सबसे अधिक 81.26 प्रतिशत हुआ है। अगर मध्य प्रदेश में सबसे कम मतदान की बात करें तो ऐसा ग्वालियर ईस्ट में हुआ है, जहां 42.99 प्रतिशत वोट डाले गए हैं। राज्य में एक बजे तक 42.71 प्रतिशत मतदान हो गया था। अपरान्ह 11 बजे तक 26.57 प्रतिशत मतदाता मतदान कर चुके थे। पहले दो घंटों में 11 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था। इसी तरह दोपहर तीन बजे तक 56.72 मतदाता मतदान कर चुके थे। दिन चढ़ने के साथ मतदान का प्रतिशत बढ़ा। उप निर्वाचन में कुल नौ हजार 361 मतदान केन्द्रों पर मतदान हुआ। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। अर्ध सैनिक बलों को तैनात किया गया था। मतदान के लिए 13 हजार 115 बैलेट यूनिट, 13 हजार 115 कंट्रोल यूनिट एवं 14 हजार 50 वीवीपेट जिलों में उपलब्ध कराई गई ।
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अरूण कुमार तोमर ने बताया कि प्रदेश में 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में उप-निर्वाचन पूरी सुरक्षा व्यवस्था एवं कोविड-19 की गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए मतदान हुआ। मतदान के पहले मॉकपोल की प्रक्रिया अभ्यार्थियों के एजेंटों की उपस्थिति में संपन्न हुई। मॉकपोल के दौरान 63 कंन्ट्रोल यूनिट, 65 बैलेट यूनिट एवं 196 वीवीपेट खराब पाई गई, जिन्हें बदला गया। मतदान प्रात सात बजे से प्रारंभ हुआ, मतदान के दौरान खराब हुई 29 बैलेट यूनिट, 23 कन्ट्रोल यूनिट एवं 88 वीवीपेट को बदला गया। बताया गया है कि अंतिम के एक घंटे में बुजुर्ग और कोरोना पीड़ित मतदाताओं को मतदान रखने के लिए तय किया गया था, इसके चलते मतदान के प्रतिशत में भी कुछ बदलाव के आसार हैं।
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