ED ने यूट्यूबर एल्विश यादव की संपत्ति अटैच की, धनशोधन मामले में फाजिलपुरिया के खिलाफ भी कार्रवाई
एल्विश यादव पर आरोप है कि उन्होंने अवैध तरीके से पैसे कमाकर इन संपत्तियों को खरीदा था और इसमें फाजिलपुरिया ने भी उनका साथ दिया था। पहले नोएडा पुलिस ने एल्विश को सांपों की खरीद फरोख्त मामले में गिरफ्तार किया था, इसके बाद ईडी ने भी उनके खिलाफ जांच शुरू की।
यूटूबर और ‘बिग बॉस ओटीटी 2’ विनर एल्विश यादव एक बार फिर मुसीबत में घिर गए हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एल्विश और उनके सहयोगी सिंगर फाजिलपुरिया की नोएडा और हरियाणा में कई संपत्तियों को अटैच कर लिया है। ईडी की इस कार्रवाई के बाद रेव पार्टियों में सांपों के जहर की सप्लाई करने के आरोप का सामना कर रहे एल्विश की मुसीबतें बढ़ सकती हैं।
‘बिग बॉस ओटीटी 2’ जीतकर चर्चा में आए एल्विश यादव रेव पार्टी में सांपों के जहर की सप्लाई करने के आरोप में जेल जा चुके हैं। इसके अलावा उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी दर्ज है और अब उनकी संपत्ति को सीज कर दिया गया है। इस मामले में कुछ दिन पहले ही ईडी ने एल्विश और फाजिलपुरिया को दफ्तर बुलाकर उनके बयान दर्ज किए थे।
एल्विश यादव पर आरोप है कि उन्होंने अवैध तरीके से पैसे कमाकर इन संपत्तियों को खरीदा था और इसमें फाजिलपुरिया ने भी उनका साथ दिया था। पहले नोएडा पुलिस ने एल्विश को सांपों की खरीद फरोख्त मामले में गिरफ्तार किया था, इसके बाद ईडी ने भी उनके खिलाफ जांच शुरू की।
एल्विश यादव को 17 मार्च को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। पांच दिनों तक जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत दे दी गई थी। उनके खिलाफ वन्यजीव संरक्षण और नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। हालांकि बाद में उन पर लगी धाराओं में कुछ हटाई गई थीं। एल्विश के खिलाफ 1200 पन्नों की चार्जशीट फाइल की गई थी। जिसमें सांप की तस्करी, मादक पदार्थों का इस्तेमाल और रेव पार्टियां आयोजित करने के बारे में लिखा गया था।
एल्विश यादव ने यूट्यूब चैनल से अपने करियर की शुरुआत की थी और फिर एक बड़े यूट्यूबर बन गए। बाद में उन्होंने बिग बॉस में हिस्सा लिया, जहां वह विनर रहे। इसके बाद से काफी चर्चाओं में आ गए, लेकिन विवादों में भी रहने लगे। पिछले साल नवंबर में नोएडा के एक बैंक्वेट हॉल से पांच सपेरों को गिरफ्तार किया गया था और उनके कब्जे से पांच कोबरा सहित नौ सांपों को बचाया गया था, जबकि सांप का 20 मिलीलीटर संदिग्ध जहर भी जब्त किया गया था। पुलिस ने हालांकि कहा था कि यादव बैंक्वेट हॉल में मौजूद नहीं थे और वह उस मामले में उनकी भूमिका की जांच कर रही है, जिसमें कथित तौर पर मादक पदार्थ के रूप में सांप के जहर का इस्तेमाल शामिल है।
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