केदारनाथ धाम के खुले कपाट, भारी बर्फबारी से रास्ते बने खतरनाक! यात्रा शुरू करने से पहले जान लें कैसे हैं हालात
पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी की वजह से धार्मिक नगरी और यात्रा का मार्ग बर्फ की चादर में ढका हुआ था।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में आज सुबह केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए गए। मंत्रोच्चार के साथ आज सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर कपाट खोले गए। मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद श्रद्धालु ढोल बजाते दिखे। कपाट खुलने से पहले केदारनाथ धाम के आसपास दो से तीन दिन में भारी बर्फ बारी हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केदारनाथ धाम में हुई ताजा बर्फबारी से केदारनाथ धाम ट्रैक पर फिसलन का खतरा है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या तीर्थयात्रियों को फिलहाल मंदिर दर्शन की इजाज है?
बर्फबारी की वजह से केदारनाथ ट्रैक पर खतरा!
पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी की वजह से धार्मिक नगरी और यात्रा का मार्ग बर्फ की चादर में ढका हुआ था। इस बीच रक्षा भू-सूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान, चंडीगढ़ ने सोमवार को चमोली (वह जिला जहां बद्रीनाथ स्थित है) के लिए हिमस्खलन की ताजा येलो अलर्ट जारी किया।
'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के मुताबिक, रुद्रप्रयाग जिले के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके रजवार ने केदारनाथ धाम के ट्रेक रूट पर स्थिति को 'फिलहाल खतरनाक' बताते हुए कहा, “लिनचोली के पास भैरव और कुबेर ग्लेशियरों के साथ ट्रेक रूट की स्थिति काफी खतरनाक है। और बर्फ का खिसकना कभी भी हो सकता है, जिससे खतरा हो सकता है।”
रुद्रप्रयाग जिले के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और जिला प्रशासन के कर्मियों को 'खतरनाक' घोषित किए गए हिस्सों में तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि हम एक निश्चित समय में केवल एक व्यक्ति को क्षेत्र से गुजरने दे रहे हैं। केदारनाथ में रात का तापमान -4 डिग्री सेल्सियस तक गिर रहा है, जो हमारे सामने आने वाली चुनौतियों को और बढ़ा रहा है।
उत्तराखंड के DGP ने क्या कहा?
इन सबके बीच यात्रा को लेकर उत्तराखंड के डीजीप अशोक कुमार का बयान आया है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में अब मौसम में सुधार होने की वजह से तीर्थयात्रियों को यात्रा करने की अनुमति दे दी गई है। राज्य के डीजीपी ने कहा कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों को देखते हुए एसडीआरएफ को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
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Published: 25 Apr 2023, 9:37 AM