ओडिशा-आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ रहा है ‘तितली तूफान’, भारी बारिश की आशंका, हाई अलर्ट जारी
ओडिशा की तरफ तेजी से बढ़ रहा चक्रवाती तूफान ‘तितली’ बुधवार दोपहर तक तट से टकरा सकता है। इस तूफान को देखते हुए हाईअलर्ट जारी किया जा चुका है। तूफान को देखते हुए स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव की वजह से बना चक्रवात तितली तेजी से ओडिशा और आंध्र-प्रदेश के तट की तरफ बढ़ रहा है। इस तूफान को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया जा चुका है। ओडिशा में तूफान को देखते हुए स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे चक्रवात का रूप धारण करने लगा है। इसका नाम ‘तितली’ रखा गया है।
भुवनेश्वर में मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एचआर विश्वास ने कहा, “अगले 24 घंटे में यह तीव्र चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और कुछ समय के लिए पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ सकता है जिसके बाद यह उत्तर पश्चिम की ओर बढ़कर 11 अक्टूबर की सुबह गोपालपुर और कलिंगपट्नम के बीच ओडिशा और उससे लगे उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों को पार कर सकता है।”
उन्होंने कहा कि इसके बाद यह उत्तर पूर्व की ओर जा सकता है और तटीय ओडिशा से पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र से गुजरते हुए धीरे-धीरे कमजोर हो सकता है। इसके प्रभाव में दक्षिण तटीय ओडिशा के गजपति, गंजाम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों के कुछ स्थानों पर बुधवार से भारी बारिश हो सकती है। इनके अलावा बुधवार और गुरुवार से गंजाम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, नयागढ़, कटक, जाजपुर, भद्रक और बालासोर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी ने 11 अक्टूबर से कंधमाल, बौध तथा ढेंकानाल जिले में भी भारी से अत्यंत भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।
ओडिशा में दस्तक दे रहे चक्रवाती तूफान तितली का साया झारखंड पर भी मंडरा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार झारखंड के दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में इसका असर दिखेगा।
मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पाढ़ी ने रेड अलर्ट वाले जिलों में 6 एनडीआरएफ, 11 ओड्राफ (ओडिशा डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स) टीम को तैनात किया जाएगा। निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
ओडिशा सरकार ने चक्रवात की वजह से कोई नुकसान न होने देने का लक्ष्य रखा है। इसी के चलते सरकार ने पहले ही सभी जिला प्राधिकरणों को अलर्ट जारी कर राहत कार्य के लिए तैयार रहने को कहा है। इसके अलावा निचले भागों में रहने वाले लोगों को वहां से हटने के निर्देश दिए गए हैं। मछुआरों को तूफान के दौरान समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
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