देश में तेजी से पैर पसार रहा कोरोना का खतरनाक वैरिएंट, 18 राज्यों में मिले सबूत
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा शेयर किए गए कुल 10,787 पॉजिटिव नमूनों में वैरिएंट ऑफ कंसर्न (वीओसी) के 771 मामले मिले हैं।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा शेयर किए गए कुल 10,787 पॉजिटिव नमूनों में वैरिएंट ऑफ कंसर्न (वीओसी) के 771 मामले मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि इनमें यूके (बी.1.1.7) वैरिएंट के 736 मामले, दक्षिण अफ्रीका (बी.1.351) के 34 मामले और ब्राजील (पी.1) वैरिएंट का एक मामला शामिल है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, "हालांकि इन वीओसी के जरिए भारत में एक नया डबल म्यूटेंट वैरिएंट पाया गया है, लेकिन ये इतनी ज्यादा संख्या में नहीं मिला है कि कुछ राज्यों में बढ़ रहे मामलों से इसका संबंध जोड़ा जा सके।"
मंत्रालय ने कहा है कि इन वीओसी वाले नमूनों की पहचान 18 राज्यों में की गई है। वहीं 10 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं का समूह इंडियन सार्स-कोव-2 कंसोर्टियम ऑन जेनोमिक्स (आईएनएससीओजी) जीनोमिक सिक्वेंसिंग और कोविड-19 वायरस के प्रसार का विश्लेषण और जीनोमिक वैरिएंट के साथ इस महामारी के फैलने के ट्रेंड में संबंध पर काम कर रहा है।
मंत्रालय ने आगे यह भी कहा है कि वायरस के विभिन्न जीनोमिक वेरिएंट होना एक प्राकृतिक चीज है और लगभग सभी देशों में ऐसे वैरिएंट्स मिलते हैं।
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के नमूनों, प्रयोगशालाओं के जरिए अधिकांश राज्यों से आए वीओसी और सामुदायिक तौर पर लिए नमूनों पर जीनोम सिक्वेंसिंग और विश्लेषण किया जा रहा है।
महाराष्ट्र से आए नमूनों के विश्लेषण से पता चला है कि दिसंबर 2020 की तुलना में ई484क्यू और एल452फ म्यूटेशन वाले मामलों में आंशिक वृद्धि हुई है। इस तरह के म्यूटेंट प्रतिरक्षा कम करते हैं और संक्रामकता में वृद्धि करते हैं। ये म्यूटेशन लगभग 15-20 प्रतिशत नमूनों में पाए गए हैं और यह पहले के सूचीबद्ध वीओसी से मेल नहीं खाते हैं।
वहीं केरल के 2,032 नमूनों (सभी 14 जिलों से) की सिक्वेंसिंग की गई। एन440के वैरिएंट 11 जिलों के 123 नमूनों में मिला है। इससे पहले यह वैरिएंट आंध्र प्रदेश के 33 प्रतिशत नमूनों में और तेलंगाना के 104 नमूनों में से 53 नमूनों में मिला था।
बता दें कि यह वैरिएंट यूके, डेनमार्क, सिंगापुर, जापान और ऑस्ट्रेलिया समेत 16 देशों में मिल चुका है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia