कोरोना: प्रियंका गांधी का CM योगी को पत्र, 'जनता को बुरे हालात में छोड़ने के बजाय जन कल्याणकारी कदम उठाए सरकार'

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पत्र लिखकर योगी सरकार से कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने जनसधराण को गंभीर रुप से प्रभावित किया है। इस लहर के दौरान व्यवस्था की ढुलमुल तैयारियों के चलते जनता को असहनीय पीड़ा उठानी पड़ी।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी से हालत खराब है। कोरोना महामारी को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कुछ चिंताएं व्यक्त की हैं। उन्होंने इस महामारी से निपटने के लिए सुझाव भी दिए हैं।

कोरोना: प्रियंका गांधी का CM योगी को पत्र, 'जनता को बुरे हालात में छोड़ने के बजाय जन कल्याणकारी कदम उठाए सरकार'
कोरोना: प्रियंका गांधी का CM योगी को पत्र, 'जनता को बुरे हालात में छोड़ने के बजाय जन कल्याणकारी कदम उठाए सरकार'

उन्होंने पत्र में लिखा है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने जनसधराण को गंभीर रुप से प्रभावित किया है। इस लहर के दौरान व्यवस्था की ढुलमुल तैयारियों के चलते जनता को असहनीय पीड़ा उठानी पड़ी। अप्रैल-मई में मचे हाहाकार ने स्पष्ट कर दिया है कि सरकार की कोई प्लानिंग नहीं थी। कई सारे अनावश्यक नियम और लालफीताशाही लोगों के लिए मुश्किलों का पहाड़ लेकर आए। महामारी ने एक और जहां हजारों लाखों लोगों को हमसे छीना है वहीं दूसरी तरफ रोजी-रोजगार, व्यापार और काम-धंधे के सामने भारी मुश्किलें पैदा कर दी है। आज करोड़ों लोग भविष्य को लेकर आशंकित है, उनकी कमाई के साधन कम हुए हैं और बहुत तेजी से महंगाई बढ़ी है। इसने खास तौर से मध्यम वर्ग तो मुश्किलों में डाल दिया है। ईमानदारी और मेहनत से खाने-कमाने वाले लोगों को इन मुश्किल हालतों में इनके हाल पर छोड़ देने की बजाए आज जरुरत है कि आपकी सरकार आगे बढ़कर कुछ जनकल्याणकारी कदम उठाए जिससे लोगों को परेशानियों से थोड़ी राहत मिल सके।

यूपी सरकार के अपनी नीतियों में करुणा, हमदर्दी और मदद की स्पर्श देने की जरुरत है। मैं संदर्भ में आपको कुछ सुझाव देना चाहती हूं।


  • महामारी में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा निजी क्षेत्र अस्पतालों ने भी बड़ी भूमिका निभाई और कई गैर सरकारी अस्पतालों में जनसेवा की उम्दा और इमानदार मिसाल पेश की है। मगर पूरे प्रदेश में निजी अस्पतालों द्वारा आम जनता से इलाज के लिए मोटी रकम वसूलने की शिकायतें भी आ रही है। अपने मरीजों के लिए परेशान लोग भारी भरकम बिल चुकाने के लिए कर्ज ले रहे हैं। जैसे तैसे करके पैसा जुटा रहे हैं। आपसे निवेदन है कि निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकर इलाज के लिए उचित मूल्य आधारित किया जाए, जिससे न तो अस्पतालों को नुकसान हो और ना ही आम जनता के शोषण की गुंजाइश हो। जिन लोगों से जरूरत से ज्यादा पैसा वसूला गया है, उनको मुआवजा देने की व्यवस्था करें।

  • बढ़ती महंगाई के चलते आम लोगों के लिए दैनिक उपयोग की वस्तुएं और आवश्यक चीजों को खरीदना भी मुश्किल हो रहा है। खाद्य तेल सब्जियां फल और घरेलू इस्तेमाल की चीजें बहुत तेजी से महंगाई की चपेट में आ गई हैं। प्रदेश में महंगाई पर नियंत्रण के लिए और वस्तुओं का दाम बांधने के लिए तुरंत कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि बंदी के समय लोगों को घर चलाने में दिक्कत ना हो।

  • इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रियंका गांधी ने सलाह दी कि जनता बिजली के बढ़े दामों से पहले ही बहुत परेसान है, अब उन्हें राहत मिली चाहिए लेकिन एक बार फिर उत्तर प्रदेश में बिजली के दाम बढ़ाए जाने की खबरें आ रही हैं। कृपया बिजली के दाम में बढ़ोतरी ना करें। हर महीने बिल जमा करने का दबाव है।

  • स्कूलों के सामने भी अपने शिक्षकों को वेतन देने का संकट है। वहीं स्कूल भले ही बंद हैं लेकिन अभिभावकों पर फीस देने का दबाव है। स्कूल के प्रतिनिधियों एवं अभिभावकों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकर स्कूलों को आर्थिक मदद देने की व्यवस्था बनाई जाए, ताकि स्कूलों, अभिभावकों की परेशानी कम हो सके और स्कूलों के शिक्षकों व कर्मचारियों की भी मदद हो सके।

  • बंदी की मार झेल रहे प्रदेश को व्यापारियों को राहत देने के लिए एक खाका तैयार किया जाए, जिसके जरीए उन्हे करों और शुल्कों में थोड़ी राहत दी जा सके। इन बातों पर गंभीरता से ध्यान दिया जाए।

आखिर में उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि आप उपरोक्त बातों पर गंभीरता से ध्यान देंगे।

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