RJD में चरम पर पहुंचा विवाद, तेज प्रताप ने जगतानंद सिंह को हटाने का दिया अल्टीमेटम

इससे पहले कई दिनों से जारी विवाद के बाद जगतानंद सिंह ने आज पहली बार मीडिया के सामने आकर तेज प्रताप यादव को चुनौती देते हुए कह दिया कि कौन हैं तेज प्रताप? मैं तेज प्रताप के प्रति जवाबदेह नहीं हूं। मैं लालू प्रसाद के प्रति जवाबदेह हूं, वह मेरे अध्यक्ष हैं।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

बिहार में मुख्य विपक्षी दल आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगतानंद सिंह और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के बीच विवाद अब चरम पर पहुंच गया है। जगतानंंद सिंह के ताजा हमले के बाद तेज प्रताप ने उन पर कृष्ण-अर्जुन की जोड़ी तोड़ने की कोशिश का आरोप लगाते हुए पिता और पार्टी अध्यक्ष लालू यादव से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही तेज प्रताप ने अल्टीमेटम दे दिया कि अगर जगतानंद सिंह पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह पार्टी के किसी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे।

तेज प्रताप ने गुरुवार को कहा कि "आरजेडी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को लगता है कि यह उनकी पार्टी है। पार्टी संविधान का पालन नहीं किया गया, हमारे छात्र नेताओं को नोटिस क्यों नहीं जारी किया गया? तेज प्रताप यादव कौन हैं, यह कहकर क्या वह हमें ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं? वे सिर्फ हमारी "कृष्ण-अर्जुन जोड़ी" को तोड़ना चाहते हैं।


इससे पहले कई दिनों से जारी विवाद के बाद जगतानंद सिंह ने आज पहली बार मीडिया के सामने आकर तेज प्रताप यादव को चुनौती देते हुए कह दिया कि "कौन हैं तेज प्रताप? मैं तेज प्रताप के प्रति जवाबदेह नहीं हूं। मैं लालू प्रसाद के प्रति जवाबदेह हूं, वह मेरे अध्यक्ष हैं। पार्टी के 75 सदस्यों में वह (तेज प्रताप) भी एक हैं। क्या उनके पास पार्टी में कोई अन्य पद है?" साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता था कि तेज प्रताप नाराज थे। शायद उसे कोई गलतफहमी है। वह एक छोटी सी बात को एक बड़ा मामला बनाना चाहता है।

दरअसल ये सारा विवाद पटना में आरजेडी कार्यालय के बाहर तेज प्रताप यादव की तस्वीर वाला पोस्टर लगाने को लेकर शुरू हुआ था। पोस्टर में तेजस्वी यादव समेत किसी और की तस्वीर नहीं होने पर खासा बवाल खड़ा होने पर उसे वहां से हटवा दिया गया था। इसके बाद छात्र आरजेडी के एक कार्यक्रम में तेज प्रताप यादव ने भाषण देते हुए जगतानंद सिंह को हिटलर करार दे दिया था। इसके बाद से जगतानंद सिंह नाराज चल रहे थे और कार्यालय आना भी छोड़ दिया था। करीब एक हफ्ते के मान-मनौव्वल के बाद बुधवार को जब वे कार्यालय आए तो उन्होंने पहले काम छात्र आरजेडी के अध्यक्ष आकाश यादव को हटाने का आदेश जारी कर दिया, जो कि तेज प्रताप के करीबी माने जाते हैं। इस फैसले के बाद तेज प्रताप ने जगतानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

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