कांग्रेस का हरियाणा लोकसेवा आयोग पर हल्ला बोल, खट्टर सरकार के नौकरी घोटाले को बताया घोटालों का बाप, जांच की मांग
कांग्रेस नेता किरण चौधरी ने कहा कि वह विधानसभा के शीतकालीन सत्र में नौकरी घोटाले पर काम रोको प्रस्ताव लाएंगी और सरकार से जवाब मांगेंगी। लोकसेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग को भंग करने की मांग करते हुए उन्होंने खट्टर सरकार को मुनाफाखोरों की सरकार करार दिया।
हरियाणा में नौकरी घोटाले की फांस खट्टर सरकार के गले में अटक गई है। आज कांग्रेस ने लोकसेवा आयोग के दफ्तर को घेर लिया। हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घंटों लोकसेवा आयोग के बाहर प्रदर्शन किया। नौकरी घोटाले को घोटालों का बाप करार देते हुए कांग्रेस ने बिल्कुल साफ कर दिया कि यह लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ी जाएगी। कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी-जेजेपी की खट्टर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार में नौकरियां गाजर-मूली की तरह बिक रही हैं।
पंचकूला स्थित हरियाणा लोकसेवा आयोग के दफ्तर को आज पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। पैरा-मिलिट्री फोर्स से लेकर वाटर कैनन तक को तैनात किया गया था। भारी बैरिकेडिंग की गई थी। प्रदर्शन के दौरान एक बार वहां पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष के हालात भी बने। सुबह करीब 10 बजे से दोपहर बाद 3 बजे तक चले प्रदर्शन के बाद एक बात बिल्कुल साफ हो गई कि आगामी विधानसभा सत्र में कांग्रेस सरकार से हर उस सवाल का जवाब मांगने वाली है, जिसका जवाब प्रदेश का बेरोजगार युवा चाह रहा है।
प्रदर्शन में कांग्रेस के विधायक और दिग्गज नेता सरकार पर जमकर बरसे। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा के युवाओं के भविष्य को मंडी में बेचा जा रहा है। नौकरियां गाजर-मूली की तरह बिक रही हैं। सुरजेवाला ने सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता की कुर्सी पर दलाल काबिज हैं। खट्टर-दुष्यंत ने बोर्ड लगा दिया है कि डेंटल सर्जन लगना है तो 25 लाख दो, तहसीलदार लगना है तो 50 लाख दो और एचसीएस बनना है तो एक करोड़ दो। यह ‘अटैची दो और नौकरी लो’ सरकार बन गई है। इस सरकार में दाल में काला नहीं है बल्कि पूरी दाल ही काली है।
रणदीप सुरजेवाला ने सवाल उठाया कि गिरफ्तार एचसीएस अधिकारी अनिल नागर की 2004 में चौटाला सरकार में भर्ती हुई थी और उसकी ज्वाइनिंग 12 साल बाद 2016 में खट्टर सरकार के समय हुई। आखिर महज चार साल के अनुभव वाले जूनियर अधिकारी को लोकसेवा आयोग की इतनी अहम जिम्मेदारी कैसे दे दी गई। सुरजेवाला ने कहा कि जांच में नागर ने विजिलेंस को एक वीडियो दिखा दिया है, जिसमें मुख्यमंत्री का एक चहेता अधिकारी ओएमआर सीट भरते हुए दिख रहा है। बस इसी के बाद आनन-फानन जांच ही बंद कर दी गई।
सुरजेवाला ने कहा कि सवाल यह है कि लोकसेवा आयोग के चेयरमैन आलोक वर्मा को जांच के लिए क्यों नहीं बुलाया गया। आरोपियों के कबूलने के बावजूद तमाम साक्ष्य जुटाने की कोशिश क्यों नहीं की गई। यह इसलिए नहीं हुआ कि यह डिप्टी सेक्रेटरी नहीं बल्कि पैसे उपर तक जाते थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं। वह दोषियों को बचा रहे हैं। हम एक-एक तथ्य रखने के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री उनका जवाब दें। सुरजेवाला ने कहा कि नौकरी घोटाला सारे घोटालों का बाप है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि क्या बिना राजनीतिक संरक्षण के इस तरह का घोटाला हो सकता है। यहां हर नौकरी की कीमत तय है। कोई अपने दिल पर हाथ रखकर बता दे कि क्या कोई जूनियर अफसर अकेले पैसे ले सकता है। सैलजा ने कहा कि दोनों लोकसेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की बहू और तोशाम से विधायक किरण चौधरी ने कहा कि इस सरकार ने अपने सात साल में जुमलों के अलावा और दिया क्या है। हर विभाग में पर्ची-खर्ची के बिना काम नहीं चलता। स्थानीय युवाओं को 75 फीसदी रोजगार भी जुमला बन गया। सूटकेस पकड़े गए। किरण चौधरी ने कहा कि वह विधानसभा के अगले शीतकालीन सत्र में नौकरी घोटाले पर काम रोको प्रस्ताव लेकर आएंगी और सरकार से जवाब मांगेंगी। लोकसेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग को भंग करने की मांग करते हुए उन्होंने खट्टर सरकार को मुनाफाखोरों की सरकार करार दिया।
अहीरवाल के दिग्गज कैप्टन अजय यादव ने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि जैसे इस सरकार ने युवाओं के रोजगार काट दिए वैसे ही अगली बार आप कमल का फूल काट दो। विधायक बीएल सैनी ने कहा कि डिप्टी सेक्रेट्री अपने दफ्तर में रुपये गिनता हुआ पकड़ा गया है, इससे ज्यादा और क्या शर्मनाक बात हो सकती है। खट्टर साहब अभी भी विपक्ष से सबूत मांग रहे हैं। युवा विधायक अमित सिहाग ने कहा कि लोक सेवा अयोग का दफ्तर पर्ची-खर्ची का अड्डा बनकर रह गया है। इस सरकार ने रोजगार को व्यापार बना दिया है। मुलाना से विधायक वरुण चौधरी ने कहा कि इस सरकार के सात साल में एक भी विजिलेंस जांच की रिपोर्ट नहीं आई है। विजिलेंस को डंपिंग ग्राउंड बना दिया गया है।
लोकसेवा आयोग के घेराव में बैनरों और तख्तियों में लिखे नारे भी बहुत कुछ कह रहे थे। बीजेपी-जेजेपी की सरकार, बेरोजगारी की मार, खुलेआम नौकरियां नीलाम करने वाला, भ्रष्टाचार का अड्डा बना लोकसेवा आयोग, भर्ती घोटाले की सीबीआई से जांच हो, युवाओं के साथ न्याय करो, नौकरियां की दलाली बंद करो जैसे नारे अपने तरीके से सरकार में भ्रष्टाचार की व्यापकता को दर्शा रहे थे। घेराव के दौरान हल्के टकराव के बाद हिरासत में लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बसों में भरकर ले जाने में भी पुलिस को पसीने आ गए। कार्यकर्ता बसों के आगे खड़े हो गए।
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Published: 07 Dec 2021, 8:05 PM