चीन ने अरुणाचल में कब्जा ली है भारत की 4.5 किलोमीटर जमीन, कांग्रेस ने पेंटागन रिपोर्ट का हवाला देकर कहा- सरकार कब मानेगी
कांग्रेस ने चीन द्वारा हमारे देश में घुसपैठ का मुद्दा फिर उठाया है। कांग्रेस ने पेंटागन की एक रिपोर्ट का हवाला देकर कहा है कि प्रधानमंत्री तो चीन को क्लीनचिट दे चुके हैं, लेकिन अमेरिकी रिपोर्ट ने तो इस घुसपैठ की पुष्टि कर दी है।
चीन ने भारतीय क्षेत्र में काफी अंदर तक घुसपैठ कर ली है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार इससे निरंतर इनकार कर रही है। अब तो अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की रिपोर्ट ने भी इसकी पुष्टि कर दी है कि है चीन ने भारत अरुणाचल प्रदेश क्षेत्र में करीब 4.5 किलोमीटर गहरे तक घुसपैठ कर ली है। यह आरोप कांग्रेस ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में लगाया।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि, "अब पेंटागन द्वारा अमेरिकी कांग्रेस को एक वार्षिक रिपोर्ट द्वारा इसकी पुष्टि की गई है। 'पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना, 2021 से जुड़े सैन्य और सुरक्षा विकास' शीर्षक की इस रिपोर्ट में पुष्टि की गई है कि चीन ने हमारे क्षेत्र में अरुणाचल प्रदेश क्षेत्र के अंदर 4.5 किमी गहरी घुसपैठ की है।"
पवन खेड़ा ने कहा कि चीन ने एलएसी के पार एक गांव का निर्माण किया है। उन्होंने कई गांवों का निर्माण किया है और ये दोहरे उद्देश्य, उपयोग वाले गांव हैं। दोहरा उपयोग वाला गांव क्या है? इसमें न केवल नागरिक आबादी रहती है, बल्कि ये गांव चीनी सेना के लिए छावनी के रूप में भी काम कर सकते हैं।"
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "पेंटागन की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने हमारे क्षेत्र में लगभग 4.5 किमी के भीतर 101 संरचनाओं का निर्माण किया है। उनमें से कुछ बहुमंजिला संरचनाएं हैं और यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है।" उन्होंने कहा कि, "प्रधानमंत्री को सबसे पहले उस क्लीन चिट को वापस लेना चाहिए और देश को एक समय सीमा देनी चाहिए कि चीन के साथ हमारी सभी सीमाओं पर अप्रैल, 2020 की यथास्थिति कब बहाल होगी? चाहे देपसांग हो, गोगरा हॉट स्प्रिंग हो या डीओबी सेक्टर, चाहे वह अरुणाचल प्रदेश हो, हमें जवाब चाहिए, हमें डेडलाइन चाहिए, हमें तारीखों की जरूरत है और दुनिया को गुमराह करने के लिए हमें माफी की जरूरत है कि चीन ने हमारे क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया है।"
पवन खेड़ा ने कहा, "जून, 2020 में अरुणाचल प्रदेश (पूर्व) से बीजेपी के सांसद तापीर गाओ ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री को पत्र लिखा था। उन्होंने इस मुद्दे को संसद में भी उठाया था और सरकार को चेतावनी देते हुए पूरे देश को चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्र में किए गए अतिक्रमणों के बारे में चेतावनी दी थी। लेकिन सरकार ने एक स्पष्टीकरण जारी कर इस तरह के किसी भी उल्लंघन से इनकार किया था।"
कांग्रेस ने कहा, "प्रधानमंत्री द्वारा चीन को क्लीनचिट दिए 17 महीने हो चुके हैं। वह क्लीनचिट हमारे इतिहास का एक काला अध्याय है, क्योंकि चीन इस क्लीनचिट का इस्तेमाल दुनियाभर में कर रहा है, क्योंकि वह क्लीनचिट भारत के प्रधानमंत्री के अलावा किसी और ने नहीं दी है, जिनके क्षेत्र में चीन द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है। इस क्लीनचिट से चीन का हौसला बढ़ा है।" पवन खेड़ा ने कहा, "न केवल अरुणाचल प्रदेश में, न केवल लद्दाख में, न केवल गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स में, न केवल देपसांग में, बल्कि उत्तराखंड में भी, जैसा कि हमने पिछले महीने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चर्चा की थी, पीएलए ने प्रवेश किया, हमारे बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया और चला गया।"
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
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