आतंकी हमले की बरसी के दिन संसद में सुरक्षा चूक, कांग्रेस ने उठाया सवाल, अधीर रंजन बोले- नहीं बरती गई सावधानी
बुधवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अचानक दर्शक दीर्घा से दो युवक सदन में कूद पड़े और इनमें से एक ने सीटों पर कूदते हुए आगे की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया। सदन में मौजूद सांसदों ने दोनों को पकड़ कर सुरक्षाकर्मियों के हवाले किया।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन में बोलते हुए बुधवार को लोकसभा की सुरक्षा में हुई चूक को गंभीर विषय बताते हुए कहा कि 13 दिसंबर को संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन लोकसभा में यह हमला हुआ है, जो गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि जो सावधानी बरतनी चाहिए थी, वह सावधानी नहीं बरती गई।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन में बोलते हुए कहा कि आज सुबह ही प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति और हम सबने संसद पर हुए उस आतंकी हमले के दौरान शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी है। 2001 का वह आतंकी हमला आज के मामले से अलग था। लेकिन, आज की यह घटना बताती है कि जो सावधानी बरतनी चाहिए थी, वह सावधानी नहीं बरती गई।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज हमारे सांसदों ने निडर होकर उनको दबोच लिया। लेकिन, आज पार्लियामेंट की सुरक्षा में तैनात निहत्थे सुरक्षाकर्मियों की कमी भी नजर आई आखिर वे कहां गए। टीएमसी नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने भी लोकसभा में इस घटना पर गंभीर चिंता जाहिर की।
लोकसभा स्पीकर ने इस पर बोलते हुए सदन के अंदर कहा कि इस घटना पर सबको चिंता व्यक्त करनी चाहिए, वाद-विवाद नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ओपन हाउस में इन सब मसलों पर चर्चा करना ठीक नहीं है। वह सभी दलों की आज बैठक बुलाएंगे, जिसमें सभी के सुझावों को माना जाएगा और उन पर अमल भी किया जाएगा। साथ ही स्पीकर ने यह भी जोड़ा कि सांसदों के कहने पर (उनके द्वारा पास बनवाने) ही लोग दर्शक दीर्घा में आते हैं और हम सभी को यह देखना होगा कि पास बनाते समय हमें क्या-क्या सावधानी बरतनी होगी क्योंकि यह हम सब की चिंता का विषय है।
इसके बाद बिरला ने यह भी कहा कि हम सब लोग देश और राष्ट्र की सेवा करने के लिए आए हैं और कितनी भी विपरीत परिस्थिति हो यह सदन चले, यह हम सब की जिम्मेदारी है। उस घटना (2001 आतंकी हमला) के बाद भी सदन चला था और आज भी सदन चलेगा, कोई भी सदन को रोक नहीं सकता है। और इसके बाद सदन की कार्यवाही सुचारू ढंग से चलने लगी।
इससे पहले, दोपहर 2 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर ओम बिरला ने बुधवार को सदन की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में सदन को जानकारी देते हुए बताया कि दोनों लोगों (सदन में कूदने वाले युवकों) को पकड़ लिया गया है और उनके पास मौजूद सामग्रियों को भी जब्त कर लिया है। बिरला ने यह भी बताया कि संसद भवन के बाहर से भी दो लोगों को पकड़ा गया है।
लोकसभा स्पीकर बिरला ने बताया, "जो घटना शून्य काल के समय घटित हुई थी, उस घटना की लोकसभा अपने स्तर पर संपूर्ण जांच कर रही है और इस संबंध में दिल्ली पुलिस को भी आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं। लेकिन, जो हम सबकी चिंता थी कि वह धुआं क्या था? तो, अभी तक प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वह धुआं साधारण और सनसनी फैलाने वाला धुआं था, इसलिए यह धुआं चिंता का विषय नहीं है, इसकी प्रारंभिक जांच कर ली गई है।" विपक्षी सांसदों द्वारा चर्चा की मांग पर बिरला ने कहा कि घटना की प्रारंभिक जांच अभी जारी है और अंतिम जांच में तथ्यों को सामने आने के बाद वह सदन को तथ्यों से अवगत कराएंगे।
दरअसल, बुधवार को लोकसभा में शून्यकाल की कार्यवाही के दौरान अचानक सदन में उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब अचानक दर्शक दीर्घा से 2 युवक सदन में कूद पड़े और इनमें से एक युवक ने सीटों पर कूदते हुए आगे की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया। उस समय सदन में मौजूद सांसदों ने दोनों को पकड़ने का प्रयास किया तो उसने जूते से कुछ निकालने का प्रयास किया।
कई सांसदों ने यह भी बताया कि उस समय सदन के अंदर पीला सा धुंआ भी नजर आया। सांसदों ने दोनों को पकड़ कर सुरक्षाकर्मियों के हवाले किया। सदन की कार्यवाही का संचालन कर रहे पीठासीन सभापति राजेन्द्र अग्रवाल ने लोकसभा की कार्यवाही को तुरंत रोककर सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। लोकसभा की सुरक्षा में चूक की यह बड़ी घटना उसी दिन हुई है जब देश लोकतंत्र के सर्वोच्च मंदिर संसद भवन पर 13 दिसंबर, 2001 को हुए आतंकी हमले की 22 वीं बरसी पर इस भयावह हमले के दौरान शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को याद कर रहा है।
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