कांग्रेस महाधिवेशन: प्रियंका गांधी बोलीं- भारत जोड़ो यात्रा के जरिए राहुल गांधी ने कांग्रेस के लिए खींची लंबी लकीर
प्रियंक गांधी ने कहा कि हमारे पास सिर्फ एक साल बचा है। हमसे उम्मीदें हैं। यह उम्मीद है कि हम एकजुट हों। जितनी भी पार्टियां हैं, जितने भी दल हैं, जितने भी लोग हैं, जिनकी विचारधारा इनसे विपरीत है। वह आगे आएं।
कांग्रेस महाधिवेशन को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि हमें यह पहचाने की जरूरत है कि हमारे संगठन के सामने सबसे बड़ी चुनौती क्या है। उस चुनौती का सामना हम कैसे करेंगे। इसी के लिए हम यहां इकट्ठे हुए हैं। प्रियंका गांधी ने कहा, "तीन दिनों से चर्चा चल रही है। खास तौर से उन कार्यकर्ताओं के लिए जो देशभर में हैं, लेकिन आज यहां मौजूद नहीं है। देखिए कांग्रेस का कार्यकर्ता कौन है। वो अनोखे लाल हैं जो इस झंडे को लेकर कन्याकुमारी से कश्मीर तक चले। वो दिनेश हैं, जो आज दिख नहीं रहे हैं, जो इसी तरह से देश के ध्वज को लेकर नंगे पांव चले। मैं कई नाम ले सकती हूं। कल जब शोक प्रस्ताव हुआ। ईश्वर चंद शुकला जी का नाम नहीं लिया। लेकिन उन्हें चुनाव में टिकट नहीं मिला फिर भी उन्होंने प्रचार किया। प्रचार के दौरान ही उनका निधन हो गया। मैं पच्चू पासी का नाम ले सकती हूं। जो रोज सुबह वही सफेद जूते पहनकर गांव-गांव जाते थे। कांग्रेस के लिए प्रचार करते थे। कांग्रेस का झंडा फहराए रखे। उनका भी निधन हुआ।"
कांग्रेस महासचिव ने कहा, "यूपी में हम मजाक में कहते हैं कि एक लाइफ लॉन्ग कांग्रेस सफरर होता है। जो यूपी के कार्यकर्ता हैं वह इस बात को समझेंगे। जो कार्यकर्ता आजीवन अपने वजूद के लिए संघर्ष करता है वो। मैं आज थोड़ा उसके पक्ष में बोलना चाहती हूं। मैं कहना चाहती हूं कि जब भी हम ऐसे इकट्ठे होते हैं। तो हम नए-नए प्रस्ताव लाते हैं और यह सही है, हमने कहा कि मंडल तक हमें अपना संगठन बनाना है। ब्लॉक तक बनाना है। नए लोगों को जोड़ना है। यह प्रस्ताव सिर्फ कागज पर नहीं रहना चाहिए। इसको करने की हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि हम गांव-गांव जाएं, ब्लॉक-ब्लॉक जाएं और अपने संगठन को मजबूती से बनाएं।"
उन्होंने कहा, "भारत जोड़ो यात्रा निकली, राहुल गांधी यहां बैठे हैं। उन्होंने कांग्रेस की विचारधारा की एक लंबी लकीर खींचकर दिखाई। जो बहुत समय से नहीं हुआ था। उन्होंने करके दिखाया। पूरे देश ने देखा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता, कांग्रेस का नेता किस लिए खड़ा है। किस विचारधारा के लिए लड़ रहा है। उस विचारधारा का मतलब क्या है। यह काम भारत जोड़ो यात्रा ने किया। देशभर से लोग आए, कन्याकुमारी में आए, केरल में आए। मध्य प्रदेश में आए, हर जगह, जहां-जहां यात्रा गई वहां लोग पहुंचे। जब कश्मीर में थे। तो मैं कुछ महिलाओं के साथ खड़ी थी, यात्रा का हन इंतजार कर रहे थे। उन महिलाओं ने मुझे कहा कि तीन सालों से उनमें घर से निकलने की हिम्मत नहीं थी। लेकिन इस यात्रा ने उन्हें हिम्मत दी वह बाहर आए। तो यह हिम्मत दिलाना हम कांग्रेसजनों काम है।"
प्रियंका गांधी ने कहा, "जो समझ रहे हैं कि देश में गलत हो रहा है। जो देश की राजनीति को देखकर समझ रहे हैं कि जो हो रहा है वह ठीक नहीं है। उन्हें एक प्लेटफॉर्म देना, उनकी आवाज को बुलंद करना हमारा काम है। जो नहीं समझ रहे हैं उन्हें भी समझाना, उनके पास जाना हमारा काम है। यह बहुत बड़ी जिम्मदेरारी है। हमें अपने गिले, शिकवे अलग करने पड़ेंगे। एकजुट होकर लड़ना पड़ेगा। हमें दिखाना पड़ेगा इस देश को कि आज नौजवानों के पास रोजगार नहीं है। जितने भी विज्ञापन हैं। जो भी दिखा रहे हों। जहां-जहां हम जाते हैं रोजगार नहीं है। रोजगार क्या, जो नौवजनान परीक्षा देते हैं, भर्ती के लिए वह घोटालों में उलझे हुए हैं। उसके लिए क्या प्रस्ताव हमारा।"
कांग्रेस महासचिव ने कहा, "कांग्रेस पार्टी इन तीन दिनों से जितने भी प्रस्ताव ला रही है, जैसे किसानों के लिए। मैं आज पढ़ रही थी कि एक प्रस्वात है कि न्याय योजना कि तरह हमें किसानों के लिए एक योजना बनानी है। यह सब बातें जनता तक पहुंचाना हमारा काम है। इसमें आपकी बहुत अहमीयत है। एक साथ हमें काम करना पड़ेगा। चाहे महिलाओं के लिए हो, उनके विकास के लिए हो, चाहे यह समझाना कि जबकि देश का किसान आज कर्ज में डूब रहा है, मुश्किलों से घिरा हुआ है, लेकिन जमीन प्रधानमंत्री अपने देस्तों को मुफ्ति में दिलवा रहे हैं। आज हमें देश को दिखाना पड़ेगा कि किस तरह कुछ गिने चुने उद्योगपति आगे बढ़े जा रहे हैं। उनकी आमदनी दोगुनी, तीन गुनी बढ़ती जा रही है। और किसान की आमदनी कम होती जा रही है। नौजवानों के रोजगार कम होते जा रहे हैं। महंगाई बढ़ती चली जा रही है। किसानों के कर्ज माफ नहीं होते लेकिन, बड़े-बड़े उद्योपतियों के माफ कर दिए जाते हैं। यह सब बाते हैं जनता में ले जाने की जरूरत है।"
प्रियंक गांधी ने कहा, "हमारे पास सिर्फ एक साल बचा है। हमसे उम्मीदें हैं। यह उम्मीद है कि हम एकजुट हों। जितनी भी पार्टियां हैं, जितने भी दल हैं, जितने भी लोग हैं, जिनकी विचारधारा इनसे विपरीत है। वह आगे आएं। एकजुट होकर लड़े। सबसे उम्मीद है, लेकिन सबसे ज्यादा उम्मीद कांग्रेस पार्टी से है। मैं जानती हूं कि हम इस उम्मीद पर खरे उतर सकते हैं। आपकी मेहनत से, हमारी मेहनत, हमारी एकजुटता से, हमारे समपर्ण से। अपने संविधान के प्रति हमारी निष्ठा से हम सब इस काम को करके दिखा सकते हैं। आज जब यहां से आप जाएंगे। घर-घर जाएंगे, अपने अपने क्षेत्र में जाएंगे तो आप नए लोगों को जोड़िए। नए लोग विचारधारा से जुड़ते हैं। जज्बातों से जुड़ते हैं और आपका मिसाल देखकर जुड़ते हैं। हमें मिसाल बनना चाहिए कि राजनीति कैसे होनी चाहिए। किस तरह से हमें अपनी राजनीति करनी है। जब-जब चुनाव आता है तो ऐसे मुद्दे उठते हैं, जिससे जनता का कोई मतलब नहीं होता। क्योंकि जब रोजगार की बात होती है, युवाओं की बात होती है, महंगाई की बात होती है तो इन मुद्दों पर चुनाव लड़े जाने चाहिए। कि किस तरह से विकास होगा। भविष्य में हम क्या प्रस्ताव रख रहे हैं। कौन सा सकारात्मक कदम हम उठाने जा रहे हैं। यह हमारी राजनीती होनी चाहिए। आज कल की जो रानीति है जो देश का माहौल है, नकारात्मक है, उससे हमें ऊपर उठना पड़ेगा। हमें सकारात्मक तरह से भविष्य के लिए अपने प्रस्ताव रखने पड़ेंगे और अपनी बात रखनी पड़ेगी। मुझे पूरी उम्मीद है कि हम इस लड़ाई में सफल होंगे। क्योंकि हम मजबूत हैं। आज भी अगर आप सब यहां बैठे हो इसका मतलब यह कि आप पार्टी के प्रति आप समर्पित हो और आप निडर हो।"
उन्होंने कहा, "हमारे तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं का इस सरकार ने दमन किया है। कल भी छत्तीसगढ़ में छापेमारी की गई। एजेंसियों के द्वारा क्या क्या नहीं किया। लेकिन आज भी हमारे नेता और कार्यकर्ता खड़े हैं। मैं जानती हूं कि आपका संघर्ष क्या है। अगर हमें पूछताछ के लिए दो दिन के लिए बुलाया जाता है तो आपको जेल में हमीनों रखा जाता है। अगर हमें पुलिस घसीट कर ले जाती है तो आप लाठियां खाते हैं। तो हम जानते हैं कि आप में कितनी हिम्मत है। अब देश को भी यह हिम्मत दिखानी है। देश के संविधान के लिए, लोकतंत्र के लिए और एक मजबूत भविष्य के लिए हमें सबको एकजुट होकर लड़ना है।"
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Published: 26 Feb 2023, 2:36 PM