कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के समर्थन में कांग्रेस, 31 अक्टूबर को किसान अधिकार दिवस मनाने का ऐलान
31 अक्टूबर को दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती है। उस दिन किसान अधिकार दिवस में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता सरदार पटेल और इंदिरा गांधी द्वारा किसानों के लिए किये गए योगदान पर चर्चा करेंगे।
केंद्र सरकार के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के विरोध में किसानों को अपना समर्थन देते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को ऐलान किया कि पार्टी 31 अक्टूबर को 'किसान अधिकार दिवस' मनाएगी। खास बात ये है कि 31 अक्टूबर को दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और देश के पूर्व गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती भी है।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बताया कि 31 अक्टूबर के दिन सभी राज्यों में पार्टी नेता और कार्यकर्ता केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में जिला मुख्यालयों पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच 'सत्याग्रह' करेंगे। 'सत्याग्रह' के दौरान पार्टी नेता स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल के किसानों के अधिकारों, खास कर बारदोली किसान आंदोलन के संदर्भ में, उनके योगदान को हाइलाइट करेंगे।
इस सत्याग्रह के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा कृषि के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 'हरित क्रांति' की शुरूआत करने के बारे में चर्चा की जाएगी और आमजनों को उनके योगदानों के बारे में बताया जाएगा।
बता दें कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकारें केंद्रीय कृषि कानूनों को नकारने के लिए नए कानून लाने की प्रक्रिया में हैं। पंजाब विधानसभा ने इस संबंध में एक विधेयक पहले ही पारित कर दिया है और सीएम अमरिंदर सिंह ने राज्य के विधायकों के साथ राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है ताकि वह विधानसभा द्वारा पारित कानून को अस्वीकार करने का अनुरोध राष्ट्रपति से कर सकें। अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को पंजाब के सभी विधायकों से अपील की कि वो 4 नवंबर को राष्ट्रपति से मिलने के लिए उनके साथ चलें।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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