केंद्र की कश्मीर नीति: जो पूछते थे मोदी बार-बार, कांग्रेस ने उन्हीं से पूछे वही सवाल
कांग्रेस ने कश्मीर नीति पर मोदी सरकार से 5 सवाल पूछे हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए जिन सवालों को नरेंद्र मोदी ने यूपीए सरकार से पूछा था, उन्हीं सवालों को कांग्रेस ने मोदी सरकार से पूछा है।
जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकवादी घटनाओं के बीच कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार की कश्मीर नीति पर सवाल खड़े करते हुए कड़ी आलोचना की है। केंद्र की सत्ता पर काबिज होने से पहले गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए जिस अंदाज में नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस की यूपीए सरकार से सवाल पूछे थे, उसी अंदाज में कांग्रेस ने मोदी सरकार से सवाल पूछे हैं। कांग्रेस ने कहा कि 56 इंच के सीने वाले प्रधानमंत्री महज कागजी शेर हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार से 5 सवाल पूछे। कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी का 5 साल पहले का वीडियो दिखाते हुए यूपीए सरकार से पूछा गया उनका सवाल ही उन्हीं पर दाग दिया। इस पुराने वीडियो में नरेंद्र मोदी ने तत्कालीन यूपीए सरकार से कश्मीर नीति को लेकर 5 सवाल पूछे थे।
कांग्रेस का कश्मीर नीति पर मोदी सरकार से 5 सवाल
1- आतंकियों के पास बारूद और हथियार कहां से आता है?
2- आतंकवादियों के पास धन कहां से आता है? पैसों के लेन देन के कारोबार पर पूरा कब्जा आरबीआई और बैंकों के जरिए सरकार का है, क्या प्रधानमंत्री इतनी निगरानी नहीं रख सकते?
3- विदेशी घुसपैठी आतंकियों के रूप में आते हैं और घटनाओं को अंजाम देर कर भाग जाते हैं, प्रधानमंत्री जी बताएं सीमाएं आप के हाथ में हैं, बीएसएफ और सेना सब आपके हाथों में हैं, ये विदेश से घुसपैठिये कैसे घुस जाते हैं?
4- सारा संचार आपके हाथ में है, आतंकवादी गतिविधि के अंदर कौन सा संचार चल रहा है, प्रधानमंत्री जी इस विषय में आपने क्या किया है?
5- जो आतंकी विदेशों में भाग चुके हैं और वहां से आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, उनके प्रत्यर्पण का अधिकार हमारे देश को है, क्या आपकी विदेश नीति में वह ताकत है?
कांग्रेस प्रवक्त अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एक हफ्ते के अंदर तीन आतंकी घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के 45 महीने के कार्यकाल के अंदर कभी जम्मू में आतंकी हमले, कभी पठानकोट तो कभी उरी में आतंकी हमले हुए।
अभिषेक मनु सिंघवी ने मीडिया के सामने आतंकी हमलों में मारे गए जवानों और लोगों को लेकर एक आंकड़ा पेश किया। उन्होंने कहा, “पिछले 44 महीने में मोदी सरकार के कार्यकाल में 286 जवान शहीद हुए, वहीं यूपीए के कार्यकाल के दौरान 115 जवानों शहीद हुए थे। पिछले 44 महीने में मोदी सरकार के कार्यकाल में आतंकी घटनाओं में 182 नागरिकों की जान गई, वहीं यूपीए सरकार के दौरान यह आकंड़ा 72 था। पिछले 44 महीने में मोदी सरकार के कार्यकाल में सीज फायर का उल्लंघन 2,555 बार हुए, वहीं यूपीए सरकार के 44 महीने के कार्यकाल के दौरान सिर्फ 543 बार ही ऐसा हुआ था।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, देश जवाब मांग रहा है, मोदी जी ठोस तथ्यों के साथ जवाब दीजिए। उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि हमारे द्वारा पूछे गए 5 सवालों पर कुछ कर के दिखाइए, आतंकवाद जड़ से खत्म हो जाएगा। सिंघवी ने आगे कहा, “मोदी जी के पास हमारे इन सवालों का कोई जवाब नहीं है। आज बीजेपी जान गई है कि जुमलों और बड़े-बड़े दावों के आधार पर लोगों को और मूर्ख बनाना संभव नहीं है।
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