कांग्रेस और बीजेडी ने ओडिशा में अडानी के भूमि खरीदने पर सवाल उठाए, राज्य सरकार की चुपी पर लोगों को संदेह

वर्ष 2023 में जब बीजेडी सत्ता में था, तब बारगढ़ से बलांगीर जिले तक विस्तृत गंधमर्दन पहाड़ी क्षेत्र को जैव विविधता विरासत स्थल (बीएचएस) घोषित किया गया था। बीएचएस समृद्ध जैव विविधता के साथ एक अद्वितीय और नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र वाला एक क्षेत्र है।

कांग्रेस और बीजेडी ने ओडिशा में अडानी के भूमि खरीदने पर सवाल उठाए
कांग्रेस और बीजेडी ने ओडिशा में अडानी के भूमि खरीदने पर सवाल उठाए
user

नवजीवन डेस्क

अडानी समूह द्वारा ओडिशा में गंधमर्दन पहाड़ियों के पास जमीन खरीदने के बाद विपक्षी बीजू जनता दल (बीजेडी) और कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार से स्पष्टीकरण मांगकर यह जनना चाहा कि क्या कंपनी की उस क्षेत्र में खनन करने की कोई योजना है।

हालांकि, अडानी समूह ने कहा कि भूमि अधिग्रहण का उद्देश्य वनीकरण के माध्यम से स्थानीय पारिस्थितिकी को समृद्ध करना है, और उसका कोई व्यावसायिक इरादा नहीं है।

वर्ष 2023 में जब बीजेडी सत्ता में था, तब बारगढ़ से बलांगीर जिले तक विस्तृत गंधमर्दन पहाड़ी क्षेत्र को जैव विविधता विरासत स्थल (बीएचएस) घोषित किया गया था। बीएचएस समृद्ध जैव विविधता के साथ एक अद्वितीय और नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र वाला एक क्षेत्र है।

बोलांगीर के बीजेडी विधायक कलिकेश सिंह देव ने कहा,‘‘सरकार को अडानी समूह द्वारा गंधमर्दन पहाड़ी के पास भूमि अधिग्रहण के उद्देश्य पर बोलना चाहिए, जहां अनुमानित तौर पर 20.7 करोड़ टन बॉक्साइट का भंडार है। चूंकि राज्य सरकार इस मामले पर चुप है, इसलिए लोगों का संदेह बढ़ता है।’’


उन्होंने दावा किया कि 1980 के दशक में दो जिलों के लोगों ने गंधमर्दन पहाड़ियों में बॉक्साइट खनन करने की भारत एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (बाल्को) की योजना का विरोध किया था।

उन्होंने कहा कि लोग आवश्यकता पड़ने पर फिर आंदोलन शुरू करने के लिए तैयार हो रहे हैं और यदि कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न होती है तो राज्य सरकार जिम्मेदार होगी।

वयोवृद्ध कांग्रेस नेता नरसिंह मिश्रा ने कहा कि अगर सैकड़ों औषधीय पौधों के खजाने गंधमर्दन पहाड़ियों में खनन की कोई योजना है तो पार्टी बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू करेगी।

हालांकि, वरिष्ठ बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि गंधमर्दन पहाड़ियों में खनन का कोई प्रस्ताव नहीं है। प्रधान ने कहा, ‘‘चूंकि बीजेडी के पास राज्य सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह एक गैर-मुद्दा उठाने की कोशिश कर रही है।’’

उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव, जो बीजेडी विधायक के रिश्तेदार भी हैं, ने दावा किया कि बोलांगीर विधायक सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए बिना बात का मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं।


ओडिशा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक देबिदत्त बिस्वाल ने कहा कि उन्हें अडानी समूह द्वारा जमीन खरीद के बारे में कोई जानकारी नहीं है। बिस्वाल ने कहा, ‘‘ किसी वन भूमि का हस्तांतरण किसी समूह को नहीं किया गया है।’’

इस बीच, अडानी समूह ने एक बयान में कहा, ‘‘महानदी माइंस एंड मिनरल्स ने बोलांगीर और बारगढ़ जिलों में इच्छुक भूमि मालिकों से निजी भूमि का अधिग्रहण किया है ताकि इसे वनीकरण उद्देश्यों के लिए ओडिशा सरकार के वन विभाग को हस्तांतरित किया जा सके। भूमि अधिग्रहण का उद्देश्य भूमि मालिकों के साथ विक्रय पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लिखित है।’’

महानदी माइंस एंड मिनरल्स अडानी समूह की सहायक कंपनी है।

पीटीआई के इनपुट के साथ

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia