केंद्र-बंगाल सरकार के बीच तकरार! ममता ने चीफ सेक्रेटरी के ट्रांसफर पर दागे सवाल, 'यास' पर भी नहीं मिला राहत पैकेज
प्रधानमंत्री को लिखे गए पांच पन्नों के पत्र में ममता बनर्जी ने कहा है, "एकतरफा आदेश में किसी विवरण या कारण का जिक्र नहीं है कि क्यों पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव आईएएस अलावन बंद्योपाध्याय को दिल्ली बुलाया गया है? क्या इसका 28 मई, 2021 को कलाईकुंडा में हमारी बैठक से कुछ लेना-देना है?"
केंद्र और ममता सरकार के बीच तकरार बढ़ता ही जा रहा है। पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को वापस बुलाने के खिलाफ अब ममता बनर्जी अड़ गई हैं। ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर अल्पन बंद्योपाध्याय के कार्यमुक्त करने के आदेश को वापस लेने की मांग की है।
प्रधानमंत्री को लिखे गए पांच पन्नों के पत्र में ममता बनर्जी ने कहा है, "एकतरफा आदेश में किसी विवरण या कारण का जिक्र नहीं है कि क्यों पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव आईएएस अलावन बंद्योपाध्याय को दिल्ली बुलाया गया है? क्या इसका 28 मई, 2021 को कलाईकुंडा में हमारी बैठक से कुछ लेना-देना है?"
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह वास्तव में हैरान हैं क्योंकि जब कुछ दिन पहले 24 मई 2021 को मुख्य सचिव के कार्यकाल को बढ़ाने की अनुमति केंद्र-राज्य सरकार के परामर्श से दी गई थी, तो अब अचानक से फैसला क्यों बदला गया है।
अपने पत्र में वह आगे लिखती हैं, "मैं उम्मीद करती हूं कि आपका यह नया आदेश कलाईकुंडा में आपके साथ हुई मेरी बैठक से संबंधित नहीं है । अगर वाकई में ऐसा है, तो यह बेहद दुख की बात है कि गलत बातों को प्राथमिकता देकर जनहित का बलिदान किया जा रहा है।"
वहीं ममता सरकार में की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि ममता बनर्जी मुख्य सचिव को रिलीव नहीं करेंगी।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने हाल ही में चक्रवाती तूफान यास से प्रभावित राज्य पश्चिम बंगाल का दौरा करने के बाद एक समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके करीबी माने जाने वाले मुख्य सचिव अलापन बंद्दोपाध्याय करीब आधे घंटे देर से पहुंचे थे और थोड़ी देर रुकने के बाद वहां से निकल गए थे। इसे सर्विस रूल्स के खिलाफ माना जा रहा है। अब मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर की है कि शायद इसी बात को मुद्दा बनाते हुए केंद्र ने मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया है।
दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने चक्रवात यास पर सोमवार को समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि हमें चक्रवात के लिए कोई राहत पैकेज नहीं मिला और न ही हमने इसके लिए कहा है। ममता ने कहा कि मैंने (चक्रवात यास प्रभावित) दीघा का दौरा किया है, यहां मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय की जिम्मेदारी है। मछुआरों के मुआवजे के बारे में सोचा जाना चाहिए।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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