छत्तीसगढ़: शिक्षक पात्रता परीक्षा में अनियमितता का आरोप, कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग की

धमतरी जिले के भखारा के परीक्षा केंद्र पर सीजी-टीईटी परीक्षा में छात्रों को 420 प्रश्न पत्र दिए गए, लेकिन केवल 160 ओएमआर शीट ही उपलब्ध कराई गई। करीब डेढ़ घंटे बाद अभ्यर्थियों को 240 ओएमआर शीट उपलब्ध कराई गईं, लेकिन परीक्षा के लिए अतिरिक्त समय नहीं दिया गया।

छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा में अनियमितता का आरोप, कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग की
छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा में अनियमितता का आरोप, कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग की
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीजी-टीईटी) 2024 के दौरान राज्य के धमतरी जिले के एक परीक्षा केंद्र में अनियमितता का आरोप लगाते हुए मंगलवार को परीक्षा की जांच कराS जाने की मांग की। साथ ही बघेल ने संबंधित परीक्षा केंद्र के अभ्यर्थियों को परीक्षा में फिर से बैठने का मौका देने की भी मांग की।

छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित सीजी टीईटी-2024 परीक्षा राज्य में 23 जून को आयोजित की गई थी। बघेल ने दावा किया कि धमतरी जिले के भखारा स्थित परीक्षा केंद्र 'महर्षि वेदव्यास शासकीय महाविद्यालय' में सीजी-टीईटी परीक्षा के आयोजन में अनियमितताएं सामने आई हैं। बघेल ने कहा कि इस केंद्र पर अपराह्न दो बजे से शाम 4:45 बजे तक दूसरी पाली में 400 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए।

उन्होंने दावा किया कि परीक्षा के लिए नोडल अधिकारी ने केंद्र को 420 प्रश्न पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई लेकिन उत्तर भरने के लिए केवल 160 ओएमआर शीट ही उपलब्ध कराई गईं। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र के प्रभारी ने उच्च अधिकारियों को फोन पर इसकी जानकारी दी, जिसके बाद अपराह्न करीब सवा तीन बजे केंद्र को 240 ओएमआर शीट उपलब्ध कराई गईं, जो करीब डेढ़ घंटे की देरी के बाद अभ्यर्थियों के बीच वितरित की गईं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ओएमआर शीट उपलब्ध कराने में देरी के बावजूद अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए अतिरिक्त समय नहीं दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप अभ्यर्थी सभी प्रश्न हल करने में असफल रहे। उन्होंने दावा किया कि परीक्षा केंद्र के प्रभारी ने मंडल के नियंत्रक को स्थिति से अवगत कराया था और आवश्यक मार्गदर्शन मांगा था लेकिन अतिरिक्त समय देने के निर्देश नहीं दिए गए।


बघेल ने कहा कि यह जांच का विषय है कि अभ्यर्थियों की संख्या के अनुसार परीक्षा केंद्र को पर्याप्त ओएमआर शीट क्यों नहीं उपलब्ध कराई गईं। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और अभ्यर्थियों को दोबारा परीक्षा में शामिल होने का मौका देने की मांग की। बघेल ने इस संबंध में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर अभ्यर्थियों के हित में निर्णय लेने की मांग की।

कांग्रेस ने महर्षि वेदव्यास शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा नवा रायपुर में व्यावसायिक परीक्षा मंडल के नियंत्रक को लिखे गए पत्र को भी साझा किया, जिसमें उन्होंने परीक्षा के दौरान पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है। प्राचार्य ने पत्र में लिखा, "ओएमआर शीट उपलब्ध कराने में देरी के कारण अभ्यर्थियों ने परीक्षा के लिए अतिरिक्त समय की मांग की थी, जिसके लिए मंडल से फोन पर मार्गदर्शन मांगा गया था। लेकिन वहां से निर्देश मिले कि अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा।"

संबंधित परीक्षा केंद्र के अभ्यर्थियों ने पत्र लिखकर बोनस अंक देने या पूरी सीजी टीईटी 2024 परीक्षा रद्द करने की मांग की है। परीक्षार्थियों ने पत्र में लिखा, ''दूसरी पाली में परीक्षा का समय अपराह्न दो बजे से शाम 4:45 बजे तक निर्धारित था, जिसमें हमें ढाई बजे प्रश्नपत्र दिया गया जबकि ओएमआर शीट डेढ़ घंटे देरी से दी गई। शाम पौने 5 बजे सभी अभ्यर्थियों से ओएमआर शीट छीन कर जमा कर दी गई। अभ्यर्थियों ने अतिरिक्त समय मांगा लेकिन नहीं दिया गया। इससे सभी अभ्यर्थियों का भविष्य प्रभावित होगा।" परीक्षार्थियों ने संबंधित परीक्षा केंद्र के अभ्यर्थियों को बोनस अंक प्रदान करने या परीक्षा रद्द करने का अनुरोध किया है।

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