चमोली त्रासदी: तपोवन में जारी है जिंदगी की तलाश, 5 और शव मिले, अब तक 67 शव बरामद
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया है कि चमोली तपोवन डैम के मलबे से 5 और शव बरामद किए गए हैं। अब तक कुल 67 शव बरामद किए जा चुके हैं। अब तक 34 शवों की पहचान की जा चुकी है। बाकी 33 शवों की पहचान की कोशिश की जा रही है।
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने के बाद मची तबाही के बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। आपदा को करीब करीब दो हफ्ते बीत चुके हैं, बावजूद इसके अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। लगातार शव बरामद किए जा रहे हैं। तपोवन और रैणी इलाके में अभी भी 200 से ज्यादा लोग लापता हैं। तपोवन में मलबे से 5 और शव बरामद किए गए हैं।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया है कि चमोली तपोवन डैम के मलबे से 5 और शव बरामद किए गए हैं। अब तक कुल 67 शव बरामद किए जा चुके हैं। अब तक 34 शवों की पहचान की जा चुकी है। बाकी 33 शवों की पहचान की कोशिश की जा रही है। अभी भी इलाके के 200 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश के लिए बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
चमोली पुलिस के मुताबिक, 5 शव बरामद हुए, जिनमें से 4 शवों की पहचान हो गई है। अब तक कुल 67 शव बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि जोशीमठ थाने में कुल 204 लोगों की गुमशुदगी दर्ज की गई है।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों के साथ आईटीबीपी के जवान भी रेस्क्यू में लगातार जुटे हुए हैं। रैणी गांव के पास ग्लेशियर फटने की वजह से तबाही हुई थी। ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट सैलाब में तबहा हो गया था। इस दौरान तपोवन सुरंग जमा हो गया था। 200 से ज्यादा लोग इस आपदा में लापता हो गए थे। लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वहीं, सरकार ने एसडीआरएफ और वैज्ञानिकों का एक दल ऋषि गंगा में बनी झील के अध्ययन के लिए भेजा है।
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Published: 21 Feb 2021, 11:19 AM