बांह चढ़ाकर सैन्य बल प्रयोग की केंद्र की नीति से विस्फोटक हाल में पहुंच गया कश्मीर: चिदंबरम
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने घाटी में बढ़ रही हत्याओं और हिंसा के लिए केंद्र सरकार की बल प्रयोग की नीति को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पीडीपी के तुरंत बीजेपी से रिश्ता खत्म करना चाहिए।
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा बांह चढ़ाकर सैन्य बल प्रयोग करने की नीति से जम्मू-कश्मीर विस्फोटक स्थिति में पहुंच गया है। समय आ गया है जब मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को बीजेपी से गठबंधन तोड़कर लोगों के बीच जाना चाहिए। घाटी में बढ़ती हिंसा और उपद्रव की घटनाओं पर यह कहना है पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का।
पी चिदंबरम ने मंगलवार सुबह कई ट्वीट कर घाटी हालात पर चिंता जताई। उन्होंने लिखा कि, “मैं मुख्यमंत्री कि इस बात से सहमत हूं कि जम्मू-कश्मीर को हिंसा और हत्याओं के इस दौर से उबारने के लिए स्टेट्समैनशिप की जरूरत है। अफसोस की वह यह नहीं समझतीं कि उनकी सरकार का गठबंधन ही इस समस्या की जड़ है।”
उन्होंने आगे लिखा कि महबूबा मुफ्ती को बीजेपी के साथ अपने अपवित्र और अवसरवादी गठबंधन को खत्म कर अपने पिता के रास्ते को अपनाते हुए लोगों के बीच जाना चाहिए।
पी चिदंबरम ने लिखा कि केंद्र सरकार की बांह चढ़ाकर सैन्य बल प्रयोग करने की नीति ने कश्मीर को विस्फोटक हालात में पहुंचा दिया है।
उन्होंने महबूबा मुफ्ती से तुरंत बीजेपी के साथ गठबंधन खत्म करने की अपील करते हुए कहा कि “पीडीपी-बीजेपी गठबंधन ही कश्मीर घाटी में लोगों को उकसाने का काम कर रहा है।”
गौरतलब है कि सोमवार को कश्मीर घाटी में हिंसा और पत्थरबाजी बेकाबू दौर में पहुंचती नजर आई जब पत्थरबाजी में तमिलनाडु के एक पर्यटक की मौत हो गई। अपने तरह की इस पहली घटना से देश सकते में है। हालांकि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इस घटना से उनका सिर शर्म से झुक गया है।
पुलिस का कहना है कि सोमवार को श्रीनगर से करीब 15 किलोमीटर दूर नरबल इलाके में गुलमर्ग जा रहे एक पर्यटक वाहन पर कुछ लोगों ने पत्थरबाजी शुरु कर दी। इस पथराव से वाहन में सवार चेन्नई के रहने वाले थिरुमणि के सिर में एक पत्थर लगा। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अस्पताल पहुंची और कहा कि, “इस घटना से मेरा सिर शर्म से झुक गया है।” उन्होंने मृतक के परिवार से मिलकर घटना पर अफसोस जताया।
इस घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दुख जताते हुए पत्थरबाजों के प्रति गुस्सा जताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "हमने एक पर्यटक के वाहन पर पत्थर फेंका जिसमें वह जा रहा था और उसकी मौत हो गई। हमने एक मेहमान को पत्थर मारे जिससे उसकी मौत हो गई।"
उमर ने कहा, "चेन्नई के रहने वाले इस युवा पर्यटक की मेरे चुनावी क्षेत्र में मौत हो गई। जबकि मैं इन गुंडो और उनकी विचारधारा का समर्थन नहीं करता।"
उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार, मुख्यमंत्री और बीजेपी-पीडीपी गठबंध पूरी तरह नाकाम साबित हुए हैं। उन्होंने पूछा है कि आखिर प्रधानमंत्री को कश्मीर के हालात समझने के लिए कितना खून बहाना होगा?
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