कोरोना कर्फ्यू से मुश्किल में शादियों से जुड़े व्यापार, बैंक्वेट हॉल वालों के साथ ही आम लोग भी परेशान
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लगे नाइट कर्फ्यू का असर उन परिवारों पर पड़ रहा है जिन्होंने अप्रैल माह में परिवार के सदस्य की शादी तय की है। वहीं बैंक्वेट हॉल चलाने वाले भी परेशान हैं क्योंकि लोगों ने अब कार्यक्रम कैंसिल या स्थगित करना शुरु कर दिया है।
दिल्ली में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लागू किए गए नाइट कर्फ्यू से बैंक्वेट हॉल संचालक बेहद परेशान हैं। लोगों ने शादियों और अन्य कार्यक्रमों के लिए बुक कर रखे हॉल्स को अब स्थगित और कैंसल करना शुरू कर दिया है, इतना ही नहीं कुछ लोग तो समय बदलने की बात भी कह रहे हैं। दरअसल अप्रैल महीने के आखिर में दिल्ली में शादियां ही शादियां हैं, ऐसे में लोगों ने शादियों के कार्ड बाट दिए और अपने गिने चुने लोगों को आमंत्रित भी किया है। इतना ही नहीं शादियों के रीति रिवाजों में भी बदलाव किया जा रहा है।
ध्यान रहे कि देश की राजधानी दिल्ली में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक इमरजेंसी सेवाओं को छोड़ बिना काम बाहर घूमने पर पाबन्दियां लगा दी गई हैं। ऐसे में बैंक्वेट हॉल मालिकों के पास लगातार उन लोगों के फोन आ रहे हैं जिन्होंने अप्रैल के महीने में शादियां बुक कर रखी थी।
दिल्ली स्थित हॉलमार्क बैंक्वेट हॉल के मालिक कमल अरोड़ा का कहना है कि, "हिंदू शादियों से इतने कारोबार जुड़े होतें हैं कि सरकार सोच नहीं सकती। सुबह से करीब 60 फोन आ चुके हैं शादी कैंसल कराने के लिए वहीं जो लोग बाहर से यहां आकर शादी करने वाले थे वो भी शादी कैंसल कर रहे हैं।" वे कहते हैं कि, "इस तरह से लोगों के अंदर एक पैनिक सिचुएशन पैदा हो गई है, सरकार एक ई पास देदे शादी वालों के लिए, पहले ही शादियों में लोग कम आ रहे हैं। दिल्ली सरकार को शादी वालों के लिए 10 बजे हटा कर 12 बजे कर देना चाहिए था।"
उनका बताया कि, "नाइट कर्फ्यू लगने के बाद से अब तक 8 कार्यक्रम कैंसल हो चुके हैं। 22 अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल तक ही शादी है, उससे पहले हमें कोई दिक्कत नहीं, लोग दिल्ली में शादी कैंसल करा कर दूसरे राज्यों में भी जा रहे हैं।"
दरअसल दिल्ली में लगे नाइट कर्फ्यू में उन लोगों को भी असर पड़ा है जिन्होंने दूसरे राज्यों से दिल्ली में शादी समारोह करने का फैसला लिया। यूपी के आगरा निवासी अंकित सचदेवा ने बताया कि, "मेरी बहन की शादी दिल्ली में है, लेकिन जिस वक्त हमने सारा कुछ इंतजाम किया, उस वक्त नाइट कर्फ्यू का अंदाजा भी नहीं था, लेकिन दिल्ली में अप्रैल महीने में नाइट कर्फ्यू लगने के बाद से हमारी परेशानियां बढ़ गई हैं। हम अपने कार्यक्रमों में बदलाव करने की कोशिश कर रहे हैं।" उन्होंने बताया कि, "हमने बैंक्वेट हॉल वाले से गुजारिश की आप रात के कार्यक्रम को दिन में ही करवादें, आखिर उन्होंने अब शादी को 4 बजे से 9 बजे तक का समय दिया है।" वे कहते हैं कि, "इससे पहले हमने सोचा कि उसे कैंसल कर दिल्ली से सटे दूसरे राज्यों में करें लेकिन ऐसा आखिर वक्त में संभव नहीं हो सका था।"
दिल्ली स्थित ऑर्चिड बैंकट हॉल के मालिक सौरव चावला ने बताया कि, "लोग परेशान हो गए हैं, शादियों के कार्ड बट गये, 10 बजे के बाद कोरोना आजाएगा और दिन में दुकान खुली है क्या वो ठीक है ?" उन्होंने कहा कि, "अब अचानक दिन में शादी कैसे मैनेज करें समझ नहीं आ रहा है, पिछली साल शादियां नहीं हुई। इसका कुछ समाधान निकलना चाहिए। भारत में आगामी दिनों में बहुत शादियां हैं।"
दिल्ली की बैंक्वेट हॉल की एक एसोसिएशन जिसका नाम कम्युनिटी वेलफेयर बैंक्वेट एसोसिएशन है, उसके दिल्ली के अध्यक्ष रमेश डांग से इस मुद्दे पर बताया कि, "हमारे व्यापार पर इस नाइट कर्फ्यू से असर पड़ा है हमने इस मसले पर दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है।" उन्होंने बताया कि "दिल्ली में नाइट कर्फ्यू लगने के बाद से लोगों के फोन आना शुरू हो गए हैं कि आप हमारा कार्यक्रम स्थगित करदें या कैंसल कर दें।" उन्होंने जानकारी दी कि, "दिल्ली में करीब 1000 बैक्वेट हॉल हैं, जिनपर इस नाइट कर्फ्यू की सीधी मार पड़ रही है। इसलिए हमने उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से गुजारिश की है कि नाइट कर्फ्यू को 22 अप्रैल तक ही रखा जाए। इसके बाद सामान्य रूप से चलने दिया जाए और लोगों को वैडिंग कार्ड से ही घर जाने की इजाजत दी जाए।"
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